प्रधानमंत्री के झारखंड दौरे के मायने
देवानंद सिंह
झारखंड में इस माह लोकसभा चुनाव की वोटिंग होनी है, लिहाजा, बिहार के बाद अब झारखंड में भी राजनीतिक गतिविधियां काफी तेज हो चुकी हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ताबड़तोड़ चुनावी सभा होनी है। प्रधानमंत्री शुक्रवार यानी 3 मई को दो दिवसीय दौरे पर झारखंड आ रहे हैं। वो दो दिन यहां रहेंगे। इस दौरान कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे, साथ ही रोड शो भी करेंगे। पीएम मोदी के दौरे को लेकर जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है, वहीं विपक्षी सियासत भी खूब गरम है, क्योंकि लोकसभा चुनाव को लेकर जहां केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ रही है, वहीं विपक्षी गठबंधन भी इस चुनाव से काफी उम्मीदें लगाए हुए है।
जिन राज्यों से महागठबंधन को सबसे ज्यादा उम्मीद है, उनमें झारखंड भी शुमार है, क्योंकि विधानसभा चुनावों में जेएमएम के नेतृत्व में गठबंधन जीता था, जबकि बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर की वजह से हार का सामना करना पड़ा था।
विधानसभा चुनावों में हार के बाद बीजेपी को भान हो चुका था कि उससे राज्य का आदिवासी वर्ग नाराज है, इसी के मद्देनजर सतारूढ़ बीजेपी ने बड़ा दांव खेलते हुए आदिवासी समाज से आने वाली द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए चुना, जिससे झारखंड के आदिवासी समाज में एक सकारात्मक संदेश गया था, लेकिन ये कहानी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद उल्टी पड़ती हुई दिखाई देने लगी है हालांकि डैमेज कंट्रोल करने की केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कोशिश की है
और बीजेपी को आदिवासी विरोधी बताने में महागठबंधन के नेताओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसीलिए राज्य में बीजेपी के लिए चुनौती भी बढ़ती हुई दिख रही है। यहां महागठबंधन के लिए सबसे बड़ा प्वाइंट पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का राजनीति के मैदान में उतरना है। वह जिस तरह जनता के बीच अपना प्रेजेंस दे रही हैं, उसमें बिल्कुल भी ये आभास नहीं हो रहा है कि वह अभी नई-नई सियासत के मैदान में उतरी हैं। वह एक मझे हुए राजनेता को भांति जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं,
जो अपने-आप में काफी महत्वपूर्ण है, उनकी इस प्रभावशीलता को देखते हुए बीजेपी खेमे में हलचल है, आज जमशेदपुर में गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती की सभा में भी कल्पना सोरेन की उपस्थित गुल खिला सकती है यूं तो सांसद विद्युत वरण महतो की लोकप्रियता को देखने से यह लगता है कि वह अपने रिकार्ड को खुद ही ब्रेक करने की तैयारी में है किंतु भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व किसी भी गलतफहमी की शिकार में नहीं रहना चाहती है
इस लिए पहले चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री का झारखंड दौरा काफी मायने रखता है।
झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं, जिस पर चार चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 13 मई को खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा और पलामू में चुनाव होगा और प्रधानमंत्री का दौरा इसी पहले चरण के मतदान को लेकर है। पीएम मोदी 3 मई यानी शुक्रवार को ना केवल चाईबासा में जनसभा को संबोधित करेंगे बल्कि रात्रि विश्राम के दौरान रांची आगमन पर रोड शो भी करेंगे। दरअसल, राजभवन जाने के क्रम में पीएम मोदी रांची की सड़कों पर रोड शो करते नजर आएंगे। रात्रि विश्राम के बाद 4 मई को पलामू और लोहरदगा में उनकी चुनावी सभा निर्धारित है।
पीएम के दौरे को लेकर झारखंड बीजेपी में उत्साह चरम पर है। लिहाजा, चुनावी सभा के साथ-साथ रांची आगमन के दौरान प्रधानमंत्री के भव्य स्वागत की तैयारी की जा रही है। चुनावी जनसभा की तैयारी के लिए झारखंड बीजेपी ने प्रदेश स्तर के नेताओं की टीम तैयार कर विशेष जिम्मेदारी दी है।
देखने वाली बात यह होगी कि क्या वास्तव में प्रधानमंत्री को दौरा बीजेपी के लिए फायदेमंद होगा या फिर राज्य का आदिवासी समाज अपनी नाराजगी को बरकरार रखेगा। पहले चरण के मतदान से ही इस फिजा की बानगी का पता चल जाएगा।