पीसीसी सड़क हुआ ध्वस्त, लोगों ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
जामताड़ा: कुंडहित प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मुड़ाबेड़िया पंचायत अंतर्गत सिकंदरपुर-चुहादाहा के मध्य लगभग 200 से 300 फुट पंचायत फंड से 15 वे वित्त आयोग के तहत पीसीसी सड़क का निर्माण बीते वर्ष हुआ था| गौरतलब है कि वही सड़क 1 साल भी नहीं हुआ और सड़क का बीचों बीच ध्वस्त हो गया| ऐसे में सड़क निर्माण के कार्य में गुणवत्ता पर सवाल उठाया जा रहे हैं| स्थानीय लोगों के मुताबिक सड़क निर्माण के दौरान घटिया मटीरियल का इस्तेमाल हुआ है| लोगों ने कहा कि सड़क निर्मान के चंद दिनों में ही सड़क ध्वस्त हो गया है|जिसका नतीजा यह हुआ कि साल भर भी खत्म नहीं हुआ कि सड़क चंद ही दिनों में ध्वस्त हो गया| जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है|आपको बता दें यह सड़क मुख्य सड़क है| रोजाना सैकड़ों की संख्या में छोटी-बड़ी वाहनों का परिचालन होता है| इसी सड़क से लोग थाना मुख्यालय ,प्रखंड मुख्यालय, जिला मुख्यालय से लेकर कॉलेज, स्कूल, हटिया बाजार सहित अपने आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए आवाजाही करते हैं| सड़क ध्वस्त होने से चुहादाहा, सिकंदरपुर, बागडेहरी, मोड़ाबेड़िया,चाकलताथोल, भीमपाड़ा,सिरिसवाद ,आकना, विक्रमपुर, काठीजोड़िया, सटकी सहित दर्जनों गांव के लोगों को प्रभावित होना पड़ रहा है| वही राहगीरों को भी आवागमन करने के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है| सड़क निर्माण के दौरान लोगों में आस जगी थी यह सड़क का निर्माण होगा तो लोगों को आवाजाही करने में किसी प्रकार की परेशानी के सामना नहीं करना होगा| लोगों को मुश्किलों से राहत मिलेगी |पर नतीजा यह हुआ कि मामला पूरे का पूरा उल्टा ही निकला| सड़क के ध्वस्त होने से मामला भ्रष्टाचार की ओर भी इंगित करता है| कहीं न कहीं इसमें पंचायत के मुखिया सहित इससे संबंधित जुड़े हुए सभी कर्मचारी या पदाधिकारी सड़क निर्माण में अपना जेब भरपाई का काम किया है|स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा इस सड़क की जल्द से जल्द उच्च स्तरीय जांच की जाए ताकि पंचायत में ऐसा भ्रष्टाचार होने से संबंधित कर्मचारी या पदाधिकारी या फिर जनप्रतिनिधि बाज आए| इस संबंध में मुड़ाबेढ़िया पंचायत के मुखिया बाबूराम हांसद से बात करने पर कहा कि सड़क पर घटिया मटीरियल का इस्तेमाल नहीं हुआ है ज्यादा आवागमन की वजह से सड़क ध्वस्त हुआ है|