जामताड़ा पहुँची अमर शहीद कलश यात्रा, अहीर रेजिमेंट की माँग को लेकर उठी आवाज
राष्ट्र संवाद सं
जामताड़ा: 1962 के भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए जवानों की स्मृति में निकाली जा रही अमर शहीद कलश यात्रा अब संथाल परगना के अंतिम पड़ाव जामताड़ा पहुँची। यात्रा झारखंड के पाँच जिलों का भ्रमण करते हुए जामताड़ा पहुँची है और अब यहाँ से धनबाद होते हुए देशव्यापी यात्रा पर निकलेगी। इस ऐतिहासिक यात्रा का उद्देश्य देशभर में शहीदों के बलिदान को सम्मान देना और अहीर समाज की माँगों को जन-जन तक पहुँचाना है। यात्रा में शामिल राष्ट्रीय जनता दल से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश यादव ने बताया कि 1962 की भारत-चीन युद्ध में अहीर समाज के 114 जवानों ने वीरगति प्राप्त की थी। उन्हीं की पवित्र स्मृति और उनके बलिदान की मिट्टी से भरे कलश को लेकर यह यात्रा निकाली गई है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ श्रद्धांजलि यात्रा नहीं है, बल्कि सामाजिक जागरूकता और अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक भी है। जब तक हमें ‘अहीर रेजिमेंट’ नहीं मिलेगी, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।” दिनेश यादव ने यह भी बताया कि कलश यात्रा बिहार से 13 अप्रैल 2025 को शुरू हुई है और देशभर का भ्रमण करते हुए इसका समापन 18 नवंबर 2025 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक भव्य जनसभा के साथ किया जाएगा। इस जनसभा के माध्यम से अहीर रेजिमेंट की माँग को लेकर सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। साथ ही, जातीय जनगणना, आरक्षण और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों को भी वहाँ उठाया जाएगा।