राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2025 के अवसर पर जिला परिषद सभागार में कार्यशाला का हुआ आयोजन
राष्ट्र संवाद सं
जामताड़ा: राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2025 के अवसर पर जिला परिषद सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया। आयोजित कार्यशाला में उप विकास आयुक्त श्री निरंजन कुमार, उपाध्यक्ष जिला परिषद श्रीमती फूल कुमारी देवी, विधायक प्रतिनिधि नाला श्री परेश यादव सहित अन्य अधिकारी कर्मी एवं अन्य उपस्थिति रहे। इस अवसर पर बिहार के मधुबनी जिला अंतर्गत लोहना उत्तर ग्राम पंचायत में आयोजित मुख्य समारोह में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को सबने लाइव देखा एवं सुना।
*_वहीं आयोजित परिचर्चा में उप विकास आयुक्त श्री निरंजन कुमार ने कहा कि_* इस दिन को मनाने की शुरुआत 2010 में हुई थी, जबकि 73वां संविधान संशोधन 24 अप्रैल 1993 को लागू हुआ था। यह संशोधन पंचायतों को संवैधानिक दर्जा देता है और ग्राम, ब्लॉक तथा जिला स्तर पर त्रिस्तरीय संरचना सुनिश्चित करता है। इस व्यवस्था के तहत महिलाओं, अनुसूचित जातियों और जनजातियों को आरक्षण, नियमित चुनाव, वित्तीय स्वायत्तता और राज्य वित्त आयोग व चुनाव आयोग जैसी व्यवस्थाएं शामिल की गई हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पंचायती राज व्यवस्था की नींव बलवंत राय मेहता ने रखी थी। उन्हें इस प्रणाली का जनक माना जाता है। उन्होंने त्रिस्तरीय व्यवस्था,ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद की परिकल्पना की थी, ताकि लोकतंत्र की जड़ें गांव तक मजबूत हों। भारत में 1992 में 73वां संविधान संशोधन लागू होने के बाद पंचायती राज संस्थाएं संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त हुईं।
वहीं उक्त अवसर पर उप विकास आयुक्त ने सभी को स्वच्छता के प्रति सजग रहने, श्रमदान करने, गंदगी न करने एवं अपने गावों एवं पंचायतों को स्वच्छ रखने के लिए सबों को शपथ दिलाया।
_*इस मौके पर*_ जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी कार्यालय कर्मी एवं अन्य उपस्थित रहे।