वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन, मस्जिद में अदा की गई अलविदा जुमा की नमाज
संवादाता – ए बी सिद्दीकी
मांगन पिपरा: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ शुक्रवार को मांगन पिपरा की मस्जिद में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। अलविदा जुमा के मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज अदा की और अपने बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर इस बिल के खिलाफ विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को यह संदेश दिया कि वक्फ संपत्तियों पर किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि वक्फ संपत्तियां हमारे बुजुर्गों और आबा-ओ-अजदाद की धरोहर हैं, जिनका संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। वक्ताओं ने कहा कि यह संपत्तियां धार्मिक, सामाजिक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए दान की गई थीं, और इनमें किसी भी तरह का सरकारी हस्तक्षेप समुदाय के अधिकारों का हनन होगा। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “वक्फ संपत्तियां हमारी आस्था और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। हम इसे किसी भी हालत में हाथ से जाने नहीं देंगे। अगर यह बिल लागू होता है, तो हमारी धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को भारी नुकसान पहुंचेगा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन और सामूहिक एकजुटता। पूरे विरोध प्रदर्शन के दौरान माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। नमाज के बाद सभी लोगों ने मिलकर सामूहिक रूप से अपने हक की आवाज बुलंद की और सरकार से मांग की कि इस बिल को तुरंत वापस लिया जाए। प्रदर्शनकारियों ने जोर देकर कहा कि अगर इस बिल को लागू करने की कोशिश की गई, तो पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन होंगे।
स्थानीय धार्मिक नेताओं और बुद्धिजीवियों ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ एक शुरुआत है। आगे भी इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो कानूनी रास्ता भी अपनाया जाएगा। इस दौरान मस्जिद प्रशासन और स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की। नमाज अदा करने के बाद सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से अपने घर लौट गए। विरोध कर रहे लोगों ने सरकार से मांग की कि वक्फ संपत्तियों को किसी भी प्रकार के सरकारी नियंत्रण से मुक्त रखा जाए और इस बिल को तुरंत वापस लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार ने उनकी आवाज को अनसुना किया, तो आगे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।