आसनसोल साइबर पुलिस की बड़ी सफलता: 9 गिरफ्तार, 1.03 करोड़ की डिजिटल ठगी का भंडाफोड़
राष्ट्र संवाद संवाददाता ;ओम प्रकाश शर्मा, आसनसोल : आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के साइबर थाना ने एक बहुचर्चित डिजिटल ठगी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। यह मामला साइबर अपराध की नई तकनीक ‘डिजिटल अरेस्ट’ से जुड़ा है, जिसमें पीड़ित को गिरफ्तारी का भय दिखाकर ठगी की जाती है।
पीड़ित चंचल बंधोपाध्याय, जो आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के निवासी हैं, ने 16 जनवरी को साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 10 जनवरी को उन्हें दिल्ली साइबर थाना और एक कथित सीबीआई अधिकारी का फोन आया। कॉल पर उन्हें बताया गया कि उनके नाम से एक पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें अवैध सामग्री पाई गई है। आधार कार्ड के इस्तेमाल से इस पार्सल को मंगवाने का आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तारी का डर दिखाया गया। लगातार धमकियों और दबाव के कारण चंचल ने अलग-अलग बैंक खातों में लगभग 1.03 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए।
तकनीकी जांच से कोलकाता और दिल्ली तक पहुंची पुलिस
जांच के दौरान साइबर पुलिस को पता चला कि ठगी गई राशि सिलीगुड़ी स्थित ICICI बैंक के एक खाते में 68 लाख रुपये जमा किए गए थे। बैंक के केवाईसी से एक मोबाइल नंबर मिला, जिसकी लोकेशन कोलकाता के एक होटल में मिली। इसके बाद पुलिस ने कोलकाता के उस होटल में छापा मारा और दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर कोलकाता के जगदल इलाके से चार और लोगों को पकड़ा गया।
इसके बाद पुलिस को सात और बैंक खातों का पता चला, जिन्हें तुरंत फ्रीज कर दिया गया। आरोपियों की जानकारी से यह भी खुलासा हुआ कि मामले के मास्टरमाइंड दिल्ली में छिपे हैं। पुलिस की एक विशेष टीम दिल्ली रवाना हुई और वहां से तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया।
अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश
इस मामले में कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिससे पुलिस को एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क का पता चला। यह गिरोह भारत के अलावा विदेशों में भी सक्रिय था और डिजिटल फ्रॉड की नई तकनीकों का इस्तेमाल करता था।
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस के डीसी हेडक्वार्टर अरविंद कुमार आनंद, एसीपी साइबर बिस्वजीत नस्कर, एडीसीपी साइबर सैदुल हक और आईसी बिश्वजीत मुखर्जी ने बताया कि यह उनकी सबसे बड़ी साइबर कार्रवाई में से एक है। पुलिस अब इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए आगे की जांच कर रही है।
साइबर अपराधियों के लिए बड़ा संदेश
यह पहली बार था जब आसनसोल साइबर पुलिस ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ ठगी को ट्रेस कर बड़ी सफलता हासिल की। इस कार्रवाई ने साइबर अपराधियों को साफ संदेश दे दिया है कि वे कितने भी शातिर क्यों न हों, पुलिस के रडार से बच नहीं सकते। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य अपराधियों की धरपकड़ के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच को आगे बढ़ा रही है।