“दोमुहानी संगम महोत्सव”: जमशेदपुर में गंगा आरती के साथ आयोजित हुआ भव्य धार्मिक आयोजन
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर के लिए एक महत्वपूर्ण और श्रद्धापूर्ण अवसर उस समय आया, जब हिन्दू उत्सव समिति और उम्मीद एक अभियान के संयुक्त तत्वावधान में “दोमुहानी संगम महोत्सव” का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन शहर के ऐतिहासिक दोमोहनी नदी के किनारे स्थित संगम स्थल पर हुआ, जो स्थानीय लोगों के लिए एक श्रद्धा का प्रतीक बन गया। महोत्सव का मुख्य आकर्षण गंगा आरती था, जिसे एक भव्य और दिव्य रूप में प्रस्तुत किया गया।
इस आयोजन में सैकड़ों महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया और संगम स्थल पर आस्था के साथ पूजा अर्चना की। गंगा आरती के दौरान मंदिर परिसर और नदी किनारे पर आध्यात्मिक माहौल छा गया। दीपों की रौशनी, मंत्रोच्चारण और गंगा मैया के भजनों ने वातावरण को अत्यधिक पवित्र बना दिया।
इस आयोजन में शामिल हुए लोग मानते हैं कि यह संगम स्थल धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है और यहां स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। गंगा आरती में महिलाओं और पुरुषों ने एक साथ मिलकर भगवान की भक्ति में लीन होकर श्रद्धा व्यक्त की।
हिन्दू उत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य धार्मिक आस्था और एकता को बढ़ावा देना है। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से स्थानीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं को संजोने का मौका मिलता है। इस महोत्सव के माध्यम से शहरवासियों को अपने धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
महोत्सव में भाग लेने आए लोगों ने कहा कि यह आयोजन उनके लिए अत्यंत आत्मिक और भावनात्मक अनुभव था। गंगा आरती के समय जो वातावरण था, वह किसी अद्वितीय आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ था।
इस आयोजन ने यह साबित किया कि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से समाज में एकता और भाईचारे की भावना को मजबूत किया जा सकता है। दोमुहानी संगम महोत्सव ने जमशेदपुर के निवासियों के दिलों में आस्था, श्रद्धा और धार्मिक चेतना का संचार किया, जो उन्हें आगे भी इस प्रकार के आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।