जामताड़ा पुलिस कप्तान डाॅ एहतेशाम वकारिब की 2024 में साइबर अपराध पर नकेल कसने की सफलता
जामताड़ा पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब के तत्परता से साईबर अपराधी के चंगुल से लोगों को मिल रही है निजात
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
साइबर अपराध आज के युग की एक गंभीर चुनौती है। जैसे-जैसे दुनिया डिजिटल होती जा रही है, वैसे-वैसे साइबर अपराधों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। बैंकिंग धोखाधड़ी, व्यक्तिगत जानकारी की चोरी, सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर ठगी, रैनसमवेयर अटैक और फिशिंग जैसे अपराधों ने समाज को नई तरह की सुरक्षा चिंताओं में डाल दिया है। ऐसे में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका बेहद अहम हो जाती है।
हाल के वर्षों में, भारतीय पुलिस ने तकनीकी साधनों और कुशल टीमों का उपयोग करते हुए साइबर अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करके कई उल्लेखनीय सफलताएँ हासिल की हैं। यह कहानी ऐसी ही एक सफलता गाथा की है, जिसमें पुलिस अधीक्षक डाॅ एहतेशाम वकारिब के कुशल नेतृत्व में जामताड़ा पुलिस ने आधुनिक तकनीक और अपनी सूझबूझ से दर्जनों बड़े-से-बड़े साइबर अपराधी गिरोह को धर दबोचा।साइबर अपराध कर्मी द्वारा लोगों को फर्जी कॉल्स और मैसेज के जरिए ठगने के मामले सामने आ रहे थे। साइबर अपराधी बैंक अधिकारियों के नाम पर फोन करके या लॉटरी जीतने का झांसा देकर लोगों से उनकी बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर लेते थे।लोग साइबर ठगी के शिकार हो जाते थे।गौरतलब है कि जामताड़ा एसपी डाॅ एहतेशाम वकारिब के सामने साइबर अपराधी की एक भी न चली।आज आपको इस लेख के माध्यम से जामताड़ा एसपी डॉक्टर एहतेशाम वाकरीब की साईबर क्राइम पर लगाम कसने की सफलताओं के बारे में बताया जा रहा है।ये सफलताएं 2024 की बतायी जा रही है।जामताड़ा पुलिस की माने तो इस वर्ष साइबर से जुड़ी 80 कांड दर्ज किया गया।इसमें से 222 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।मोबाइल जप्त की अगर बात की जाए तो 735 मोबाइल जप्त किया गया।वही 1069 मोबाइल सीम को जप्त किया गया।एटीएम कार्ड 123,पासबुक 56,लेपटोप 3,चेकबुक 18,मोटरसाइकिल 32,चारपहिया 2,वाइफाई डोंगल 1,पेन कार्ड 42,आधार कार्ड 55,वोटर कार्ड 14,नगद राशी 28 लाख 59 हजार 300 रूपये,ब्लोक सीम 3628 जप्त किया है।वही दोषसिद्ध अपराध 9 पाया गया है।
साइबर जागरूकता अभियान: लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं।
आधुनिक तकनीकी उपकरणों का उपयोग: पुलिस साइबर अपराध से निपटने के लिए नई तकनीकों का उपयोग कर रही है।
अंतरराज्यीय समन्वय: साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए राज्यों के बीच बेहतर समन्वय बनाया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि
साइबर अपराध से निपटना आसान काम नहीं है, लेकिन पुलिस ने अपने समर्पण और तकनीकी विशेषज्ञता से यह दिखा दिया कि सही दृष्टिकोण से इसे रोका जा सकता है। इस कहानी ने न केवल लोगों को साइबर अपराध से बचने की प्रेरणा दी है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कानून हमेशा अपराधियों पर भारी पड़ता है।साइबर सुरक्षा के इस युग में, यह जरूरी है कि हम सभी सतर्क रहें और अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बनाने में योगदान दें।