जिला विधिक सेवा प्राधिकार, जामताड़ा की ओर से मध्यस्थता पर आधारित विशेष अभियान “मन का मिलन पखवाड़ा” का दिनांक 29 मई से 14 जून 2023 तक होगा आयोजन।
डीएलएसए सचिव श्री अभिनव ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे इस विशेष अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठाएं
माननीय झालसा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार जामताड़ा की ओर से मध्यस्थता पर आधारित विशेष अभियान “मन का मिलन पखवाड़ा” का आयोजन दिनांक 29 मई से 14 जून 2023 तक किया जाएगा।
इस विशेष अभियान का आयोजन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डीएलएसए अध्यक्ष श्री रंजीत कुमार के मार्गदर्शन में व डीएलएसए सचिव श्री अभिनव के नेतृत्व में आयोजित किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए आज दिनांक 28.05.2023 को डीएलएसए सचिव श्री अभिनव ने बताया कि इस विशेष अभियान के तहत पूरे जिले में मध्यस्थता से संबंधित विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आम लोगों को मध्यस्थता के माध्यम से वादों को निष्पादित किए जाने के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया जाएगा।
इस पूरे अभियान के दौरान जागरूकता कार्यक्रम, परामर्श सेवाएं, दृश्य श्रव्य से मध्यथता/लोक अदालत पर सफल कहानियों का प्रदर्शन, लंबित अथवा मुकदमा पूर्व स्तर के मामलों का आवेदन एवं सुझाव आदि प्राप्त किए जायेंगे। इस दौरान मध्यस्थता के माध्यम से वादों का निष्पादन किया जायेगा। वहीं उन्होंने बताया कि इस पखवाड़ा के दौरान परामर्श हेतु मध्यस्थ, पुलिस पदाधिकारी एवं डीएलएसए सचिव से प्रातः 07:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक मिल सकते हैं।
उन्होंने बताया कि “मन का मिलन पखवाड़ा” मध्यस्थता के माध्यम से वादों के निष्पादन की एक अनूठी पहल है जो आम जनमानस के लिए काफी लाभकारी व कल्याणकारी साबित होगा। इस अभियान को पूर्णतः सफल बनाने के लिए सभी तैयारियां ज़ोर-शोर से शुरू कर दी गई है।
इस अभियान में विवाद पूर्व निस्तारण योग्य मामले का भी निष्पादन किया जायेगा। इस अभियान की विशेषताओं पर जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें मध्यस्थता में भाग लेने वाले दोनों पक्षकारों की बाते पूर्णतः गोपनीय रहती है, मध्यस्थता में भाग लेना पूर्णतः पक्षकारों की सहमति पर निर्भर है, दोनों पक्ष मिल कर विवाद का समाधान ढूंढते है और दोनों के समय धन व व्यक्तिगत संबंधों की रक्षा होती है।
डीएलएसए सचिव ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे इस विशेष अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठाये तथा मध्यस्थता के माध्यम से अधिक से अधिक वादों का निष्पादन किये जाने में अपनी अहम भागीदारी सुनिश्चित करें।