चंपाई की चिंता छोड़ हमें आगामी विधानसभा चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए :कालीपद सोरेन
राष्ट्र संवाद संवाददाता
अमन ओझा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कालीपद सोरेन ने कहा कि हमें चंपाई सोरेन के जाने की चिंता छोड़ एकजुट होकर आने वाले विधानसभा चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा तभी जाकर कोल्हान सहित पूरे झारखंड में इंडिया महागठबंधन की वापसी हो पाएगी। बताते चलें कालीपदो सोरेन संथाल समुदाय से आते हैं और एक बार सरायकेला विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा, मगर हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बतौर कांग्रेस के ग्रामीण प्रभारी के रूप में उनकी भूमिका बेहद अहम रही। यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्र से इंडिया महागठबंधन की प्रत्याशी जोबा मांझी ने एनडीए प्रत्याशी गीता कोड़ा को भारी मतों से पराजित किया। कालीपद सोरेन ने बेहद ही नपे तुले अंदाज में जवाब देते हुए कहा की चंपाई के टक्कर का उम्मीदवार हो तभी सरायकेला में मुकाबला रोचक हो सकता है।
इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा बेहद ही मजबूत रही है। बदले हालात में थोड़ा समीकरण जरूर गड़बड़ा सकता है मगर यदि इस सीट पर ढंग से लड़ा जाए तो चंपाई सोरेन को हराना कोई मुश्किल का काम नहीं है। इसके लिए इंडिया महागठबंधन के सभी घटक दलों को पूरी प्रतिबद्धता के साथ चुनाव लड़ना होगा।
कुड़मी नेताओं द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा को हाईजैक किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के दौर में सरायकेला के कुड़मी नेता जो झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़े हुए थे वह खुद को असहज महसूस कर रहे थे। चंपाई सोरेन के पार्टी छोड़कर जाने के बाद अब कुड़मी नेता सक्रिय हो गए हैं।
इस सीट पर उसी को मैदान में उतरना चाहिए जो हर दृष्टिकोण से जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर सके। अपनी दावेदारी के सवाल पर श्री सोरेन ने कहा कि मैं जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता हूं मौका मिलेगा तो गरीब गुरबों की आवाज बनने से पीछे नहीं हटूंगा। गठबंधन जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी पूरी ऊर्जा के साथ उसके जीत में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करूंगा। चंपाई सोरेन के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को उम्र के इस पड़ाव में ऐसा फैसला नहीं लेना चाहिए था।