खेल मंत्री मनसुख मांडबिये का बयान और अपनी पीठ आपने ही हातो से थपथपना बहुत ही शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण हैँ
भारतीय महिला पहलवान बिनेश फोगाट को मात्रा 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण महिला कुश्ती से बाहर कर दिए जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैँ,
बिनेश फोगाट बिश्व स्तर पर देश का गौरब बढ़ाया हैँ, लेकिन उसके लिए मात्र 70.45 लाख का इतना कम आर्थिक सहयोग देना यें समझ से परे हैँ जबकि यें सरकार गैर जरुरी चीज़ो पर करोड़ो ख़र्च कर रहि हैँ!उसके बाद इतना ही नहीं इस सहयोग राशि का बखान भरी संसद भवन मे उस समय करना और अपना पीठ खेल मंत्री द्वारा आपने ही थपथपना तब जब पूरा देश शोक मे डूबा था यें और भी शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण बात हैँ,
ऐसे मौक़े पर खेल मंत्री जी को ओलेम्पिक परिषद के समक्ष मजबूती से अपना पक्ष रखना चाहिए था पर अफ़सोस ऐसा नहीं हुआ!
यें पूरी भारतीय जनता पार्टी ( बीजेपी ) की घटिआ मानसिकता दर्शाती हैँ की इनके द्वारा पहले इनको खोटा सिक्का कहा गया था और जंतर मंतर पर धरने पर बैठने पर बीजेपी सरकार ने उनके साथ बत्तमीज़ी भी की थी….
इसके बाबजूद इन्होने ना केबल भारतबंर्ष का नाम बढ़ाया बल्कि बीजेपी द्वारा खोटा सिक्का कहने पर उनको करारा जवाब भी दिया!