श्रीमद् भागवत कथा को लेकर कुलडंगाल गांव में निकाली गई कलश यात्रा
दिनांक: 9/5/2023
संतोष कुमार नाला/ जामताड़ा।
आज भव्य कलश यात्रा के साथ नाला थाना क्षेत्र के अन्तर्गत कुलडंगाल गांव स्थित पुराना ठाकुरबाड़ी परिसर में दो दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ साथ ही कुलडंगाल गांव में भागवत कथा के साथ दो दिवसीय कीर्तन अनुष्ठान का भी प्रारंभ किया गया जो को पश्चिम बंगाल के बिरभूम के विख्यात कीर्तनिया धनंजय वैराग्य के द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा ।इस अनुष्ठान का मुख्य आयोजक स्वर्गीय यादव झा एवं श्रीमती उर्मिला झा के कनिष्ठ पुत्र राजा झा एवं पत्नी मामोनी झा के द्वारा सभी आयोजन किया गया।वृन्दावन धाम के कथावाचक श्यामसुंदर दास ठाकुर के सानिध्य में भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमे 51 कन्या मिट्टी कलश के साथ शामिल हुए। वहीं क्षेत्र के बाबा देवलेश्वर के भूड़भूड़ी थान में वैदिक मंत्रोच्चार एवं श्रीहरि के आवाहन पूजन के उपरान्त भूड़भूड़ी घाट का पवित्र जल कलश में संग्रह किया गया। इस शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने धर्म की जय हो, अर्धम का नाश हो आदि जयकारे एवं हरे कृष्ण हरे कृष्ण हरे राम आदि कीर्तन करते हुए कथा स्थल तक पहुंचे। पारंपरिक बाद्ययंत्र और मंगलध्वनी के गूंजते रहने से आसपास का वातावरण भी भक्तिमय हो उठा। इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन पूजन किया गया। कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक श्यामसुंदर दास ठाकुर महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है,इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है।उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा स्थल तक पहुंचने के मार्ग में कन्याओं के अलावा आसपास के गांव के महिला पुरुष काफी संख्या में बतौर दर्शनार्थी शामिल हुए। आस-पास गाँवो मे भी भक्ति का माहौल है कुलडंगल, भंडारबेडा,मधुबन, पंजूनिया, देवली, निलजुरिया ,धार्मिक गतिविधि से क्षेत्र में भक्तिरस प्रवाहित होने लगा है। इस भव्य कलश यात्रा में शामिल कन्याओं के लिए आयोजक मंडली के द्वारा शरबत, पेयजल एवं भोजन प्रसाद की व्यवस्था किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जीयाराम ठाकुर,बीजेपी नेता सत्यानंद(बाटुल)झा,अजीत कुमार पाल,आचार्य हलधर झा(पुजारी), एवं साथ में बहुत सारे गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।