धाड़ दिशोम पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था का दो दिवसीय 14वां महासम्मेलन शुरू
सीएम करेंगे देशभर से आये संथाल प्रतिनिधियों को सम्बोधित
घाटशिला : सिदु कान्हु मुर्मू फुटबॉल मैदान पावड़ा में माझी परगना माहाल धाड़ दिशोम पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था का दो दिवसीय 14वां महासम्मेलन शनिवार को देश पारगना बाबा बैजू मुर्मू ने झांड्डोतोल्लान कर शुभारंभ किया. विधिवत पूजा का अर्चना करते हुए महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण किया. इस मौके पर देश परगना बाबा का स्वागत किया गया. माहाल का प्रोग्रेस रिपोर्ट प्रानिक बाबा मधु सोरेन और लेखा जोखा का पंचानन सोरेन दिया. महल के उद्देश्य पर दुर्गा चरण मुर्मू ने विस्तार से अपनी बाते रखी. तत्पश्चात पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था, रीति रिवाज, धर्म , संस्कृति, पूजा पद्धति, शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक, रोजगार समाज में महिलाओं को सम्मान,भागीदारी एवं जिम्मेदारी तथा समाज में युवाओं का भागीदारी पर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किया. डेलिगेशन मिटिंग में सांताल परगना के जामताड़ा, दुमका, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, रायरंगपुर, कोल्हान के सभी जिलों से समाज के माझी परगाना व सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित थे. रविवार सुबह पुनः डेलिगेट्स सेशन आरंभ होगी एवं सम्मेलन का समापन समारोह 2 बजे से होगा. इसमें मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल होंगे. सेशन में मुख्य रूप से डॉ. जुझार सोरेन, सिविल सर्जन, शंकर मार्डी, अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया, एक्स जी एम, लेदेम किस्कू, पारगना बाबा दसमत हांसदा, डॉ. राजेंद्र प्रसाद टुडू, छोटा भुजंग टुडू, सुमित्रा सोरेन, कुशल हांदसा, डॉ जतिंद्र नाथ बेसरा, धार्मा मुर्मू, सफल मुर्मू ,बिंदे सोरेन ,ने अपना वक्तव्य दिया मौके पर सुनिल मुर्मू, नवीन मुर्मू, लखन मार्डी, मानिक मुर्मू, रमेश मुर्मू, भूजंग टुडू, मार्शल मुर्मू, बिंदे सोरेन, प्रोफेसर श्याम सुंदर मुर्मू, सेन बासु हांसदा आदि ने योगदान दिया, साथ ही कोल्हान के सभी परगना बाबा माझी बाबा एवं समाज के हजारों प्रतिनिधि शाC