-केंद्रीय कारा घाघीडीह में बुधवार को जिला प्रशासन की टीम ने छापामारी की. धालभूम एसडीओ पीयूष सिन्हा के नेतृत्व में हुई
*इस कार्रवाई के दौरान क्यूआरटी पार्टी भी मौजूद थी. मिली जानकारी के अनुसार एसडीओ ने जेल के एक-एक वार्ड, अस्पताल, शौचालय व अन्य जगहों का निरीक्षण किया. छापामारी में जेल से तंबाकू बरामद होने की सूचना है.
पर्व त्यौहार के समापन के बाद जुगसलाई नगर परिषद के नेतृत्व में साफ सफाई अभियान नदी घाटों में चलाया गया जिसमें मुख्य रूप से जुगसलाई शिव घाट स्थित महाकालेश्वर छठ घाट समिति ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, इस साफ सफाई के कार्यक्रम में जुगसलाई नगर परिषद के कोने-कोने से गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित की
पर्व त्यौहार के शुरू होने पर हर व्यक्ति अपने घरों की साफ सफाई में जुट जाता है लेकिन अगर हम दशहरा से लेकर छठ पर्व तक की बात करें तो इस दौरान नदी घाटों में गंदगी का अंबार लग जाता है, ऐसे में नदी घाटों को संरक्षित सुरक्षित करने के उद्देश्य से जुगसलाई नगर परिषद द्वारा एक विशेष अभियान चलाकर नदी घाटों की साफ सफाई का बीड़ा उठाया गया इस अभियान में मुख्य रूप से महाकालेश्वर छठ घाट समिति के सदस्य और जुगसलाई क्षेत्र के गणमान्य लोग शामिल हुए और इस कार्य में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की जानकारी देते हुए जुगसलाई नगर परिषद के सिटी मैनेजर राजेंद्र कुमार ने बताया कि अपने घरों के साथ-साथ नदी घाटों की भी साफ सफाई जरूरी है पर त्योहारों के बाद नदी घाटों में गंदगी अंबार लग जाता है, ऐसे में पर त्योहारों के बाद नदी घाटों की साफ सफाई का बीड़ा उठाते हुए विशेष अभियान चलाकर जुगसलाई स्थित शिव घाट की साफ सफाई की गई, जिसमें समिति के सदस्यों के साथ-साथ जुगसलाई क्षेत्र के गणमान्य लोग शामिल हुए और इस कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया उन्होंने कहा कि जिस तरह से घरों की साफ सफाई जरूरी है इस तरह से नदी घाटो की साफ सफाई ज़रूरी है, नदी को सुरक्षित संरक्षित रखने की जिम्मेदारी हमारी ही है
राजेंद्र कुमार सिटी मैनेजर
छात्र-छात्राओं, साहित्यप्रेमियों, लेखक, कवियों और पाठकों को वर्ष भर जिसका इंन्तजार रहता है, वह पुस्तक मेला 37वां जमशेदपुर पुस्तक मेला के रूप में 24 नवम्बर से 3 दिसम्बर 2023 तक टैगोर सोसाईटी जमशेदपुर के तत्वावधान में रबीन्द्र भवन परिसर, साकची के रविन्द्र भवन प्रांगण में आयोजित होगा।
जानकारी देते हुए टैगोर सोसाईटी के महासचिव आशीष चौधुरी ने बताया कि यह आयोजन टैगौर सोसाईटी का जमशेदपुर वासियों को एक वार्षिक उपहार के रूप में है, जो हर जाति धर्म भाषा सभी से उपर उठकर एक ऐसा आयोजन है, जिसमें सभी की सहभागिता झलकती है। उन्होने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति देश दुनिया के जाने माने प्रकाशकों के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के वितरक भी पुस्तक मेला में शामिल होकर एक से एक बेहतरीन पुस्तकों के साथ अपने स्टॉल लगायेंगे, जिससे शहरवासी रु-ब-रू हो सकेंगे। 37वें पुस्तक मेला का उद्घाटन 24 नवम्बर को संध्या 6.30 (साढ़े छह) बजे पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री एवं टैगोर सोसाईटी के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा।
हर वर्ष की तरह दिल्ली, कोलकाता, पटना, मुम्बई आदि नगरों के साथ स्थानीय प्रकाशकों द्वारा हिन्दी, बांग्ला, इंग्लिश, उर्दू, सहित यहां के स्थानीय भाषाओं में संथाली, हो, कुरमाली के साहित्य भी उपलब्ध रहेंगे। इस वर्ष पुस्तक मेले में 67 स्टाल विभिन्न प्रकार के पुस्तकों को पुस्तकप्रेमियों के सामने प्रस्तुत करेंगे। पुस्तकों के विषय में यह सर्वविदित है कि ज्ञान का इससे अच्छा स्थायी साधन नहीं है। आज जब सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया का इतना जोर और दौड़ है, उसके बावजूद भी किसी भी विषय में स्थायी और सम्पुष्ट जानकारी के लिए पुस्तक ही खंगाले जाते हैं और जिनपर पूर्णतः विश्वास किया जाता है।
-आशीष चौधुरी टैगोर सोसाइटी के महासचिव
*बच्चों में है जोश, नहीं खो रहे होश!*
*पराजय की चिंता किए बगैर ले रहे हैं मुकाबले में हिस्सा*
*प्रतियोगी बच्चों से अटा पडा है चिल्ड्रन पार्क*
कबड्डी के खेल में बच्चों ने किया जोरदार प्रदर्शन
जमशेदपुर। सच कहें तो चिल्ड्रन पार्क, सिदगोड़ा का माहौल एकदम अलग हो गया है। बाल मेले में आए हुए बच्चे जोश में आकर अपनी टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए चीख रहे हैं, चीयर्स कर रहे हैं। बेटियां भी उनसे पीछे नहीं है।
जी हां, स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट की तरफ से आयोजित यह बाल मेला बच्चों में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। बच्चों के बीच की सारी सरहदें टूट चुकी है। भावना सिर्फ एक है जीत, जीत और जीत। इस जीत के लिए बच्चे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
आप अगर 10वीं और 12वीं कक्षा के बालक और बालिकाओं के कबड्डी के प्रतियोगिता को देखेंगे तो एक बार भी आपको लगेगा नहीं कि यह स्कूली टीम है। इनका परफॉर्मेंस किसी प्रोफेशनल्स की तरह ही है। लड़कियों में भी यही चीज देखी गई। सिर्फ कबड्डी की ही बात क्यों करें। गोला फेक में भी बच्चों का प्रदर्शन शानदार रहा है। बच्चों के मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। इस बाल मेले में चल रहा सकारात्मक पक्ष देखने को ज्यादा मिल रहा है, नकारात्मकता यहां है ही नहीं। जिस संख्या में यहां बच्चे आ रहे हैं और भारत में जिस तरीके से उनके माता-पिता उनके साथ देने के लिए आए हैं, वो वास्तव में प्रसन्न कर देने वाला है।
दरअसल राजनीति की दुनिया में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय नित नए प्रयोग करते हैं। वह राजनीति तो करते ही हैं लेकिन राजनीति के साथ-साथ बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा और खेल की भावना विकसित करने में भी पीछे नहीं रहते। यह उनकी सोच का ही परिणाम है कि आज सैकड़ो की संख्या में चाहे वह जूनियर बच्चे हो या सीनियर, सभी समान रूप से इस मेले में आकर अनेक प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे हैं। कुछ जीत रहे हैं कुछ हार रहे हैं लेकिन बच्चे दूसरी प्रतियोगिता के लिए भी खुद को तैयार कर लेते हैं। यही इन बच्चों की सबसे शानदार खासियत है। इसके लिए उनके टीचर्स और उनके पेरेंट्स बधाई के पात्र हैं।