जानें कोल्हान की सुर्खियों को
चाईबासा
जिला पुलिस और सीआरपीएफ को मिली बड़ी कामयाबी
*-तीन नक्सली गिरफ्तार, आईईडी बनाने का सामान बरामद
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस और सीआरपीएफ की टीम को भाकपा माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष ऑपरेशन में बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षा बलों ने तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है और उनकी निशानदेही पर विस्फोटक बनाने का सामान सहित भारी मात्रा में अन्य सामान बरामद हुआ है।
पिछले 10 अक्टूबर से पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो और गोइलकेरा थाना क्षेत्र में जंगल और पहाड़ के बीच सुरक्षा बलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ विशेष ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसी क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर टोंटो थाना क्षेत्र के हुसीपी गांव से नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए नक्सलियों में टोंटो थाना क्षेत्र के हुसीपी का डेबाय पुरती एवं जुरिया बहांदा उर्फ माटा और गोईलकेरा थाना क्षेत्र के बोयपाईससांग गांव का लेबिया बोईपाई शामिल है। गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि माओवादियों द्वारा अंजाम दिए गए कई घटनाओं में यह तीनों आरोपी शामिल रहे हैं। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया है। इनकी निशानदेही पर आईईडी विस्फोटक बनाने का सामान बरामद किया गया है। सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए नक्सली आईईडी विस्फोटक और स्पाईक होल को माध्यम बनाते हैं। इससे जुड़ा सारा सामान बरामद हुआ है। एसपी ने बताया कि गोइलकेरा के हाथीबुरू पुलिस कैंप पर हमला, टोंटो और गोइलकेरा थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों कौन निशाना बनाने के लिए आईईडी, डायरेक्शनल बम और प्रेशर बम लगाने के मामले, गुवा थाना क्षेत्र में मैगजीन लूट कांड, पुलिस पिकेट हाथीबुरू में राशन लेकर जा रहे ट्रैक्टर को उड़ाने सहित अन्य मामलों में आरोपी हैं।
आशुतोष शेखर, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम
धनतेरस और दीपावली के मौके पर जमशेदपुर शहर का बाजार सजा हुआ है, लोग धनतेरस की खरीदी मे जुटे हैं, बाजारों मे लोगों की खासी भीड़ देखी जा रहीं है.
बाजार मे माता लक्ष्मी और गणपति की मूर्ति, स्टील आदि के बर्तन, पूजन सामग्री, झाड़ू समेत चीनी से बनी मिठाईयों की बिक्री हो रहीं है, वैसे धनतेरस के मौके पर झाड़ू की बिक्री ज्यादा होती है, दुकानदारों की माने तो बाजार मे इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा ग्राहक आने की उम्मीद है.
टेल्को स्थित गोपबंधु विद्यापीठ हिंदी मीडियम स्कूल में दीपावली के अवसर पर शुक्रवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ. इस अवसर पर कक्षा एक से दसवीं तक के बच्चों के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताएं रखी गई थी, जिसमें बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. स्कूल के प्राचार्य संजीव कुमार ने बताया कि दीपोत्सव के अवसर पर स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है. इसके तहत कक्षा नर्सरी, एक व दो के बच्चों के लिए आध्यात्मिक वेशभूषा प्रतियोगिता, कक्षा तीन, चार व पांचवीं के बच्चों के बीच भारतीय पारंपरिक परिधान, कक्षा छठी और सातवीं के बच्चों के बीच दीप सज्जा एवं कक्षा आठवीं से लेकर दसवीं तक के बच्चों के लिए रंगोली प्रतियोगिता रखी गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के बीच शिक्षा के साथ संस्कार का भी समावेश करना था. इस दौरान बच्चे आराध्य देवी देवताओं के परिधान में नजर आए. भारतीय पारंपरिक परिधान की प्रतियोगिता रखने का उद्देश्य था कि बच्चे हमारे देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगों की वेशभूषा को जाने. दीप सज्जा से यह बताया गया था जिस प्रकार दीप जलने के बाद प्रकाश होता है और अंधेरा दूर हो जाता है, इसी तरह शिक्षा आने के बाद अज्ञानता भागती है. रंगोली सज्जा के माध्यम से सभी का जीवन खुशाल और रंगीन हो इसकी कामना की गई है.
छेड़खानी मामले में हुई हत्या की गुत्थी सुलझी,2 गिरफ्तार, हथियार बरामद
गुमला: जिले के रायडीह इलाके में छेड़खानी के एक मामले में हुई हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही मामले में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को सिलम निवासी हरखमन बड़ाईक ने अपने भाई रंजीत बड़ाइक की हत्या के इरादे से अपहरण किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अनुसंधान शुरू किया और 24 घंटे के अंदर हत्या के आरोपी दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि अभियुक्त रमेश उरांव की पत्नी सलमी उरांव के साथ मृतक रंजीत बड़ाइक ने छेड़खानी की थी। इसी गुस्से में रमेश उरांव और दयानंद उरांव ने रंजीत की लाठी और कुदाल से मारकर हत्या कर दी और शव को छुपाने के उद्देश्य से मरदा नदी के किनारे शव को जमीन के नीचे छुपा दिया।
इस अभियान में प्रभारी अमित कुमार के साथ अभिनव कुमार, महेश पासवान, बालमुकुंद सिंह धनंजय कुमार सहित सैट 11 के जवान शामिल थे ।
जमशेदपुर के ग्रामीण इलाके पोटका के
मौजा सरमन्दा के ग्रामीण शुक्रवार को डीसी ऑफिस पहुंचे. वहीं उन्होंने डीसी को ज्ञापन सौंपते हुए मौजा सरमन्दा में हो रही अवैध खनन को बंद कराने की मांग की है. इससे पूर्व भी पोटका के अंचल अधिकारी को इसकी सूचना दी गयी थी. परंतु इस ओर कोई कार्य नहीं हुआ. जिससे आक्रोशित ग्रामीण शुक्रवार को सड़क पर उतरे. ग्रामीणों ने डीसी को सौंपे गये ज्ञापन में बताया है कि पारम्पारिक ग्रामसभा सरमन्दा से लीज के लिए अनुमोदन प्राप्त नहीं है, खनन से पर्यावरण प्रदूषित होगा भूजल का स्तर नीचे चला जायेगा, जिसे कृषि के लिए जमीन सुख जायेगा और फसल नहीं होगा, ब्लास्टिंग से ध्वनि प्रदुषण होगा एवं घरों में दरारें पड़ेगी, पत्थर ढुलाई के लिए भारी वाहनों का इस्तेमाल होगा जिसे गांव की सड़क खराब होगी, खनन से गड्डे होंगे और पशु गिरने का खतरा होगा. इस सभी मांगों दो ध्यान में रखते हुए अवैध खनन के खिलाफ रोक लगाने का आग्रह किया. अन्यथा ग्रामीण आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे.