बिहार उप ब्युरो चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
बेगूसराय(बिहार)मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे बेगूसराय की पावन धरती पर आने का मौका मिला है। आदरणीय डॉक्टर श्रीकृष्ण बाबू के कार्यकाल के प्रारंभ से ही इस क्षेत्र का विकास शुरु हुआ। 26 जनवरी 1960 को 15 मेगावाट की तीन इकाईयों का डॉ श्रीकृष्ण सिंह ने शिलान्यास किया था लेकिन वर्ष 1961 में उनकी मृत्यु हो गई। वर्ष 1962 में इस थर्मल पावर स्टेशन की शुरुआत के बाद इसका संचालन शुरु हो गया। बाद में कुछ कारणों से इसका देखभाल ठीक से नहीं होने लगा। 24 नवंबर 2005 को जब हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो सड़क सहित अन्य बुनियादी आधारभूत ढांचे के साथ ही विद्युत क्षेत्र में विकास के लिए कार्य शुरु किये गये। वर्ष 2006 में बरौनी थर्मल पावर स्टेशन का 2X110 मेगावाट का यूनिट बंद पड़ा था। इसके संचालन के लिए हमलोगों ने काम शुरु किया। इसकी एक इकाई वर्ष 2016 में कार्यरत हो गई। 250 मेगावाट की दो यूनिट बनाने का कार्य वर्ष 2012 में प्रारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर के कांटी थर्मल पावर स्टेशन का काम वर्ष 1978 में स्वर्गीय जार्ज फर्नांडिस साहब द्वारा शुरु किया गया था। उस समय जार्ज साहब मोरारजी भाई देसाई की सरकार में केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरपुर से सांसद थे। इस थर्मल पावर स्टेशन का काम वर्ष 1985 में पूर्ण हुआ। कांटी थर्मल पावर स्टेशन को एनटीपीसी को सौंपने के लिए हमलोगों ने बातचीत की और अंततः इसे एनटीपीसी को सौंप दिया गया। कांटी थर्मल पावर स्टेशन में पहले 2X110 मेगावाट की यूनिट और इसके बाद 2X195 मेगावाट की अतिरिक्त इकाई लगाई गई। जो वर्ष 2017 में शुरु हो गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने, राज्य में विद्युत की उपलब्धता बढ़ाने, इनकी लागत कम करने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2018 में बरौनी थर्मल पावर स्टेशन को एनटीपीसी को हस्तांतरित कर दिया। उन्होंने कहा कि जब हम केंद्र में श्रद्धेय अटल जी की सरकार में मंत्री थे। उस समय से एनटीपीसी से हमारा संबंध है।
ज्ञात हो कि जिले के थर्मल पावर यूनिट में एनटीपीसी के द्वारा नवनिर्मित 500 मेगा वाट क्षमता की यूनिट का लोकार्पण किया गया। जिसे सूबे बिहार के मुखिया नीतीश कुमार एवं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर अपने अभिभाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि देश ऊर्जा के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर हो चुका है। और ऊर्जा के स्रोत का निर्यात भी किया जा रहा है। जबकि एक समय था जब बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली का ही उत्पादन हो पाता था। यह आंकड़ा अब बढ़कर 6000 के पार कर गई है । ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार चौमुखी विकास की ओर बढ़ रहा है। खासकर ऊर्जा के मामले में बिहार पूरी तरह अग्रणी है ।कार्यकक्रम के पश्चयात मुख्यमंत्री ने बरौनी थर्मल पावर स्टेशन स्टेज -2 मेगावाट के एक्सटेंशन प्रोजेक्ट का स्थल निरीक्षण किया एवं परिसर के सेवा भवन में टरबाईन फ्लोर का भी निरीक्षण किया ।तथा उत्पादन के सम्बंध में भी जानकारी भी ली ।कार्यकक्रम के दौरान अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एनटीपीसी गुरदीप सिंह ने मुख्य मंत्री का स्वागत अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया।मौके पर विधायक रामरतन सिंह, विधायक राजकुमार सिंह,सहित अन्य जनप्रतिनिधि ,भारत सरकार के ऊर्जा विभाग के सचिव आलोक कुमार,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार,बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस,आयुक्त मुंगेर प्रमण्डल प्रेम सिंह मीणा,पुलिस महा उपनिरीक्षक बेगुसराय रेंज राजेश कुमार,जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा,पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार,वरीय अधिकारी गण एनटीपीसी के अभियंता गण आदि गण्यमान्य उपस्थित थे।