इंफाल. मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है, इंफाल के ताइरेनपोकपी क्षेत्र में महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. ताखोक मापल माखा क्षेत्र में एक युवक को मार दिया गया. जारी हिंसा में अब तक 187 लोगों की मौत हो चुकी हैं. वहीं 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मृतकों के आंखो में पट्टी व हाथ भी पीछे की ओर बंधे मिले है, दोनों के सिर पर गोली मारे जाने के निशान है. महिला उन चार लापता लोगों में से एक है जिन्हें 7 नवंबर को इंफाल पश्चिम जिले के कांगचुप तलहटी से किडनैप कर लिया गया था. मणिपुर के कांगपोकपी जिले में कांग्चुप चिंगखोंग गांव के पास 7 नवंबर को एक चेक पॉइंट पर मैतेई लोगों की भीड़ ने एक वाहन रोककर उसमें सवार चार कुकी लोगों को अगवा कर लिया था. इनमें से तीन लोग एक सैनिक के परिवार के हैं. इनमें सैनिक की मां भी शामिल रही. जैसे ही लोगों के अगवा होने की खबर फैली, कुछ कुकी लोग हाथों में हथियार लिए घटनास्थल पर पहुंचे और कांग्चुप की तरफ फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में दो पुलिसकर्मियों व एक महिला समेत 9 लोग घायल हो गए. घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूत्रों के मुताबिक वाहन में एक 65 साल के बुजुर्ग भी सवार थे. जिन्हें मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने अगवा होने से बचा लिया. उनकी पहचान मंगलून हाओकिप के नाम से हुई है. उन्हें कई गंभीर चोटें आईं थीं. जिसके चलते उन्हें नगालैंड के दीमापुर में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बाकी चार लोगों की पहचान नेंगकिम 60 वर्ष, नीलम 55 वर्ष, जॉन थंगजिम हाओकिप 25 वर्ष व जमखोतंग 40 वर्ष के तौर पर हुई है. इनमें से एक महिला का शव मिल गया है.