इम्फाल. मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला ने सभी समुदायों के लोगों से लूटे गए व अवैध हथियारों को सात दिनों के भीतर आत्मसमर्पण करने को कहा. उन्होने आश्वासन दिया कि अल्टीमेटम का पालन करने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.
राज्यपाल ने एक आधिकारिक बया
न में कहा सामान्य स्थिति बहाल करने के व्यापक हित में ताकि लोग अपनी सामान्य रोजमर्रा की गतिविधियों में लौट सकें. राज्य के सभी समुदायों को शत्रुता की समाप्ति, समाज में शांति और व्यवस्था बनाए रखने को सुनिश्चित करने के लिए आगे आना चाहिए. इस संबंध में मैं ईमानदारी से सभी समुदायों के लोगों, विशेष रूप से घाटी व पहाडिय़ों के युवाओं से अनुरोध करता हूं कि वे स्वेच्छा से आगे आएं और लूटे गए व अवैध रूप से रखे गए हथियारों, गोला-बारूद को आज से अगले सात दिनों के भीतर निकटतम पुलिस स्टेशन, चौकी, सुरक्षा बलों के शिविर में आत्मसमर्पण कर दें. इन हथियारों को लौटाने का आपका एक कदम शांति सुनिश्चित करने की दिशा में एक शक्तिशाली इशारा हो सकता है. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि यदि ऐसे हथियार निर्धारित समय के भीतर वापस कर दिए जाते हैं तो कोई दंडात्मक कार्रवाई शुरू नहीं की जाएगी. इसके बाद ऐसे हथियार रखने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पिछले हफ्ते मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था. पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा शुरू होने के करीब दो साल बाद बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.