मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को राहत नहीं मिल रही है. जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से घिरे देशमुख की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी गई है. ईडी ने उन्हें 2 नवंबर, 2021 को उनके खिलाफ जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद है. इससे पहले मुंबई के विशेष न्यायालय से भी उनको झटका लगा था.
मुंबई के विशेष न्यायालय ने मंगलवार को उनकी डिफॉल्ट जमानत याचिका को स्पेशल PMLA कोर्ट ने ठुकरा दिया था. न्यायालय ने देशमुख को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए वसूली के आरोप पर जमानत नहीं दी है.
ईडी का आरोप है कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे द्वारा दिसंबर 2020 से मार्च 2021 के बीच जो बार मालिकों से वसूली की गई थी, वो सचिन वाजे ने अनिल देशमुख तक पहुंचाई थी. अनिल देशमुख ने फिर उस पैसे का इस्तेमाल अपने बिजनेस में किया.