एमपी के उज्जैन में अब महाकाल लोक में नंदी द्वार पर लगा कलश अचानक टूटकर गिर गया. कलश गिरते देख श्रद्धालुओं में चीख पुकार व भगदड़ मच गई. हालांकि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है. गौरतलब है कि चार दिन पहले चली आंधी से सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियां नीचे गिर गई थी.
बताया गया है कि महाकाल लोक में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा, दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों द्वारा निरीक्षण किया जा रहा था. उसी वक्त कलश नीचे गिर गया. कलश के गिरते ही भगदड़ मच गई. घटना के बाद मौजूद कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने कहा कि यह भी भ्रष्टाचार का नमूना है, कांग्रेस पार्टी की ओर से बाबा महाकाल को आवेदन दिया है. वहीं उज्जैन के शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया ने कहा कि बाबा महाकाल में भ्रष्टाचार करने वालों को सद्बुद्धि दे. यह कलश नीचे गिरते देखा है. ये पत्थर गम से चिपके हुए हैं. इसका वजन करीब तीन किलो है.
टाइल्स फूट गई. अधिकारियों के अनुसार आशंका है कि ये कलश पदार्थ से चिपके हुए हैं. संभवत: पकड़ ढीली होने या गम सूखने के कारण कलश गिर गया. हालांकि वहां मौजूद प्रशासन ने तुरंत कलश को वापस गम से चिपका दिया. टाइल्स को भी बदल दिया गया.