तेघड़ा ,बेगूसराय :भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर एक इतिहास रचा और चंद्रयान 3 मिशन के अनुरूप लैंड रोवर ने चंद्रमा के सतह पर पूरी सुरक्षा के साथ स्थापित हुआ तो पूरा देश जश्न में डूब गया. इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र में बैठे हुए अधिकारियों के खुशी की लहर चौगुनी हो गई .पूरा देश अधिकारियों का मुक्त कांटो से जय गण करने लगा. इन तमाम तस्वीरों के बीच तेघड़ा प्रखंड के मधूरापुर गांव में यह खुशी की लहर चौगुनी हो उठी. क्योंकि इस गांव के लाल पुवारी टोला के रहने वाले विवेकानंद सिंह के पुत्र इंजीनियर अमित कुमार जो इसरो अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक के रूप में कार्य कर रहे हैं और चंद्रयान 3 के चांद की सतह पर पहुंचने के अभियान बाली टीम के यह भी सदस्य थे. आज अपने गांव के लाल के इस अद्वितीय गौरवपूर्ण कृत्य पर संपूर्ण गांव गौरवान्वित हो रहा है. वही लोग विवेकानंद सिंह के घर पर पहुंचकर उन्हें बधाई दे रहे हैं। विवेकानंद सिंह जो विद्युत विभाग से सेवा निवृत कर्मचारी हैं.इन्हें दो पुत्र है जिसमें अमित कुमार बड़ा बेटा है .बचपन से ही अमित कुमार काफी प्रतिभाशाली था .प्रारंभिक शिक्षा- दीक्षा गांव में ही हुई और इसके बाद यह उच्च शिक्षा के लिए राजस्थान चले गए जहां से उन्होंने बी – टेक की पढ़ाई पूरी किए, और उसके बाद वह बेंगलुरु चले गए. जहां पर उन्होंने नौकरी शुरू कीया और आज जब हमारा भारत चंद्रमा पर एक इतिहास रच रहा है तो उसे टीम में शामिल होकर देश का और अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया।