दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए अंबाला के शंभू बॉर्डर पर चले आंसू गैस के गोले, धुंआ-धुंआ हुआ पूरा इलाका
शंभू बॉर्डर की बैरिकेड्स पार कर हजारों किसान बढ़े आगे, कृषि राज्यमंत्री अर्जुन मुंडा बोले-किसान हो चुके हैं हाइजैक, दो राउंड वार्ता बेनतीजा
केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच दो राउंड की वार्ता विफल रही है। किसान एमएसपी के लिए अड़े हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री बोले-कुछ लोग किसानों को हाइजैक किए हुए हैं
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि गतिरोध का समाधान केवल बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है। मुंडा ने कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन कुछ उपद्रवी तत्व उनके मार्च को हाईजैक करने की कोशिश कर रहे हैं। किसानों के साथ दो दौर की बातचीत बेनतीजा रही। समाधान तक पहुंचने के लिए आगे की चर्चा जरूरी है और हम कोई रास्ता निकालने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि किसानों कोा यह ध्यान रखना होगा कि अन्य लोग उनके विरोध का फायदा उठाने की कोशिश न करें। उन्होंने सरकार पर भरोसा रखने का भी आग्रह किया। मुंडा ने कहा कि किसानों के बीच कई ऐसी ताकतें हैं जो किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। सरकार किसानों के हितों के लिए काम कर रही है।
वहीं दूसरी तरफ पंजाब से हजारों की संख्या में किसानों का जत्था दिल्ली पर दस्तक दे रही है
किसान संगठनों ने कहा कि ये हमारे सब्र की जीत है। हमारे करीब 100 लोग जख्मी हुए लेकिन इसके बावजूद हमने सब्र रखा।
एमएसपी की मांग को लेकर हजारों किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है। किसानों को रोकने के लिए कई हजार पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस के जवान दिल्ली के सभी बॉर्डर्स पर तैनात कर दिए गए हैं। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड्स को पार कर लिया है। किसान किसी भी सूरत में पीछे जाने को तैयार नहीं है
ये कोई नई मांगें नहीं हैं- किसान संगठन
संयुक्त किसान मोर्चा
(गैर-राजनीतिक) नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने किसानों के विरोध पर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये कोई नई मांगें नहीं हैं, ये सरकारों द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं हैं। हमने सरकार को इनके बारे में याद दिलाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जब हम एमएसपी कानून की मांग करते हैं, तो उनकी प्रतिक्रिया अलग होती है; जब हम ऋण, छूट और स्वामीनाथन रिपोर्ट के बारे में बात करते हैं , वे सहमत नहीं हैं।
कई सुरक्षाकर्मी भी घायल
किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रैपिड एक्शन फोर्स के कई जवान घायल हो गए, उन्हें अंबाला के सिविल अस्पताल में लाया गया है। यहां की प्रधान चिकित्सा अधिकारी संगीता गोयल ने कहा है कि हमारे पास अब तक सात मामले हैं – चार हरियाणा पुलिस अधिकारी और कर्मचारी और तीन रैपिड एक्शन फोर्स से। हर कोई ठीक है, वे सचेत हैं और उनके शरीर के अंग भी ठीक हैं। हमारे डॉक्टरों की टीम 24 घंटे वहां मौजूद है।
क्या है किसानों की मांगे-:
MSP की कानूनी गारंटी
पेंशन सुविधा और फसल बीमा
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो
किसानों का लोन फौरन माफ हो
बिजली अधिनियम2020 रद्द हो
2020 में प्रदर्शन के दौरान दर्ज केस हटे
लखीमपुर हिंसा के पीड़ितों को इंसाफ