नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कहा कि चीनी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर कंपनी वीवो की भारतीय इकाई ने यहां पर टैक्स देनदारी से बचने के लिए अपने कुल कारोबार का लगभग 50 फीसदी हिस्सा यानी 62,476 करोड़ रुपये विदेशों में भेज दिए. ईडी ने कहा कि वीवो इंडिया ने भारत में टैक्स देने से बचने के लिए अपने रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा चीन एवं कुछ अन्य देशों में भेज दिया. विदेशों में भेजी गई राशि 62,476 करोड़ रुपये है जो उसके कारोबार का लगभग आधा हिस्सा है.
119 अकाउंट से 465 करोड़ रुपये जब्त
ईडी ने कहा कि वीवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और इसकी 23 एसोसिएटेड कंपनियों के खिलाफ बुधवार को चलाए गए सघन तलाशी अभियान के बाद 119 बैंक अकाउंट्स में जमा 465 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई है. इसके अलावा 73 लाख रुपये की नकदी और दो किलोग्राम सोने की छड़ें भी जब्त की गई हैं.
कंपनियों के वित्तीय ब्योरों पर नजरें
ईडी ने कहा कि वीवो के पूर्व निदेशक बिन लाऊ ने भारत में कई कंपनियां बनाने के बाद वर्ष 2018 में देश छोड़ दिया था. अब इन कंपनियों के वित्तीय ब्योरों पर जांच एजेंसी की नजरें हैं. जांच एजेंसी ने यह आरोप भी लगाया है कि वीवो इंडिया के कर्मचारियों ने उसकी तलाशी अभियान के दौरान सहयोग नहीं किया और भागने एवं डिजिटल उपकरणों को छिपाने की कोशिश भी की. हालांकि एजेंसी की तलाशी टीमें इन डिजिटल सूचनाओं को हासिल करने में सफल रहीं.