झारखंड प्रदेश के लोहरदगा का रहने वाला बीएसएफ का जवान पवन खलखो पेरिस में होने वाले ओलंपिक आर्चरी 2024 की तैयारी में जुटा है। अपने तीर कमान से निशाना साध रहा है। दिल्ली गुड़गांव से आर्चरी के लिए खेल रहा यह जवान झारखंड प्रदेश में जमशेदपुर में आयोजित
15th स्टेटस आर्चरी चैंपियनशिप जमशेदपुर 2023 सिल्वर मैडल निकाला है। छुट्टी के दिनों में घर आने पर भी रोजाना की प्रैक्टिस नही छोड़ता। घर आने पर अपने विद्यालय के मैदान में 70 और 90 मीटर पर निशाना साध रहा है। लोहरदगा शहरी क्षेत्र के बक्सीडीपा निवासी पवन खलखो की निशानेबाजी में स्कूल के दिनों से लेकर अब तक दो दर्जन से अधिक मैडल और कई रिकार्ड दर्ज है।
जिसमे ओपन नेशनल आर्चरी चेन्नई कांस्य पदक 2012,
सीनियर नेशनल आर्चरी चेन्नई एक गोल्ड 2012,
33 सहारा सीनियर नेशनल आर्चरी चेन्नई 2012 में 2 गोल्ड एक कांस्य पदक।
वहीं 34th नेशनल गेम्स झारखंड में गोल्ड मेडल 201,
एशियन यूथ आर्चरी चैंपियनशिप 2011 ढाका बांग्लादेश 3 गोल्ड।
सहारा सीनियर नेशनल आर्चरी 2011 विजय बाड़ा में एक गोल्ड और एक सिल्वर मैडल। वहीं
फर्स्ट एशियन आर्चरी ग्रैंड प्रिक्स 2010 मलेशिया सिल्वर मेडल निकाला है।
सहारा सीनियर नेशनल गुवाहाटी असम 2010 एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल।
सहारा सीनियर नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप 2010 विजयवाड़ा सिल्वर मेडल।
5th एशियन आर्चरी ग्रैंड प्रिक्स 2009 एक गोल्ड एक कांस्य पदक। निवर्तमान केंद्र सरकार ने
26 अगस्त 2003 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में सम्मानित किया गया था।
पवन खलखो को झारखंड ओलंपिक संघ सिद्धू कानो अवार्ड फॉर बेस्ट परफॉर्मेंस प्लेयर मेंस 2010-11 से सम्मानित किया गया है। पवन खलखो के निशाने बाजी और मैडल की एक लंबी फेहरिस्त है। आज पवन खलखो पेरिस में आयोजित होने वाले ओलंपिक आर्चरी में देश के लिए मैडल निकालने की तैयारी में जुटा है। पवन खलखो को आज भी मलाल है कि झारखंड सरकार अपने किए वादों को पूरा करें तो वह झारखंड के लिए आर्चरी खेले। वहीं पवन खलखो के पिता डोमनिक खलखो आर्मी में सूबेदार मेजर से रिटायर है। डोमनिक खलखो आर्मी में एथलीट थे और आर्मी के लिए दर्जनों मैडल हासिल किया है। वे चाहते है की सरकार बेटे से किए वादों को पूरा करें।