चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
बेगूसराय:जयमंगला परिवार का सोच है रक्तदान एक उत्सव की तरह हो जहाँ सिर्फ जरूरत के समय ही नहीं, यू ही रक्त केंद्र है जा के स्वेच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देना है ताकि रक्त केंद्र में रक्त की कमी न हो।इसी सोच के साथ अमित चौहान ने अपने जन्मदिन के शुभ अवसर पर रक्तदान किया।रक्तदान करते हुए अमित चौहान ने बताया कि रक्तदान करने से कोई कमजोरी नहीं होती है बल्कि शरीर मे नया रक्त का संचार होता हैं।
मीडिया प्रमुख सुमित कुमार ने कहा कि रक्तदान करने के लिए उम्र 18 से अधिक और हेमोग्लोबिन 12.5 ग्राम से ऊपर हो तो हर स्वस्थ व्यक्ति 90 दिन के बाद रक्तदान कर सकते और यकीन मानये यदि आज आपको रक्तदान करने का मौका मिला है तो इसे हाथ से जाने न दें क्योंकि भगवान का दिया अल्प नहीं होता व रक्त का कोई विकल्प नहीं होता।
मौके पर मौजूद चंद चौहान ने अपील करते हुए कहा कि ज़िले में थैलीसीमिया से पीड़ित लगभग 62 बच्चे है जिनको हर 20 से 25 दिन में रक्त चढ़ाने की जरूरत है,ऐसे में हम सभी रक्तदान करने लिए बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें व लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।मौके पर मौजूद रक्तवीर सूर्या सुमन ने कहा कि जीवन बचाने के लिए रक्तदान जरूरी है और वर्ष में कम से कम 2 बार रक्तदान जरूर करें।मंगलम भारद्वाज ने जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक जयमंगला वाहिनी परिवार 3730 रक्तदान का माध्यम बन चुकी है।आप सभी के सहयोग से ही हम सभी मिलकर रक्तदान जागरूकता अभियान के लक्ष्य की ओर धीरे-धीरे बढ़ रहे।
जिलाध्यक्ष सौरभ कश्यप ने कहा कि सभी रक्तवीर व रक्तवीरांगना के द्वारा रक्तदान कर जीवन बचाने का जो कार्य किया जा रहा है उस पर हम सभी को गर्व है क्योंकि हमलोग रक्तदान कर जीवन बचाने का प्रयास कर रहे।