निजाम खान
■ *राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम फेज 2 के बेहतर क्रियान्वयन हेतु जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त जामताड़ा श्री फैज अक अहमद मुमताज(भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय प्रकोष्ठ में सम्पन्न*
■ *राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम फेज 2 अंतर्गत जामताड़ा जिला में कुल 50000 गाय/भैंस में उन्नत नस्ल के सीमेन डोज से कृत्रिम गर्भाधान करवाने का लक्ष्य इसके लिए 500 ग्रामों का किया गया चयन।*
■ *परियोजना के तहत पशुपालकों को उनके घर पर नि:शुल्क कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा प्रदान किया जाएगा ताकि उच्च गुणवत्ता तथा उत्तम नस्ल की संतति प्राप्त करके दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज हो सकेगा, पशुपालकों का आय बढेगा:- उपायुक्त श्री फ़ैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.)*
■ *कृत्रिम गर्भाधान योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालक किसानों को उनके घर-द्वार पर दुधारू पशुओं के लिए बेहतर कृत्रिम गर्भाधान सेवा प्रदान कर, देसी मवेशियों/गायों की नस्ल में सुधार लाना ताकि पशुओं में होने वाले रोगों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और पशु कम बीमार पड़ेंगे:- उपायुक्त*
आज दिनांक 3 सितम्बर 2020 को राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम फेज 2 के बेहतर क्रियान्वयन हेतु जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त जामताड़ा श्री फैज अक अहमद मुमताज(भा.प्र.से.) के अध्यक्षता में पशुपालन विभाग के साथ बैठक की गई।
उपायुक्त जामताड़ा द्वारा जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम फेज 2 अंतर्गत जामताड़ा जिला में कुल 50000 गाय/भैंस में उन्नत नस्ल के सीमेन डोज से कृत्रिम गर्भाधान करवाना है एवं जिला में 500 ग्रामों का चयन किया गया है।
उपायुक्त जामताड़ा द्वारा कहा गया कि इस परियोजना के तहत पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर ही नि:शुल्क कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा प्रदान की जाएगी ताकि उच्च गुणवत्ता तथा उत्तम नस्ल की संतति प्राप्त करके दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की जा सके।
राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान योजना के अंतर्गत प्रत्येक जि़ला के सभी पशुपालकों को प्रजनन योग्य गाय अथवा भैंस को उत्तम नस्ल के सीमेन तृणों की मदद से नि:शुल्क गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
आगे उपायुक्त ने बताया की कृत्रिम गर्भाधान योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके घर-द्वार पर दुधारू पशुओं के लिए बेहतर कृत्रिम गर्भाधान सेवा प्रदान कर, देसी मवेशियों/गायों की नस्ल में सुधार लाना है। इससे पशुओं में होने वाले रोगों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और वे कम बीमार पड़ेंगे। नस्ल सुधार के साथ गाय/ मवेशियों के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होने से पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत कृत्रिम गर्भाधान करने वाले तकनीशियन को 50 रुपए प्रति कृत्रिम गर्भाधान तथा 100 रुपए प्रति उत्पन्न संतति मानदेय प्रदान किया जाएगा।
इस योजना का क्रियान्वयन तथा संचालन सीधे तौर पर संबंधित उपायुक्त की देख-रेख में किया जाएगा। उपायुक्त जामताड़ा ने पशुपालकों की सुविधा हेतु कृत्रिम गर्भाधान करने वाले तकनीशियनों के नाम तथा फोन नंबर सार्वजनिक करने का निर्देश सम्बन्धित पदाधिकारी को दिया।
उपायुक्त द्वारा पशुपालकों की जानकारी हेतु वृहद स्तर पर अलग-अलग माध्यमों द्वारा प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश दिया गया साथ ही जनप्रतिनिधि से भी सहयोग ले ताकि योजना कि जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके।
इस योजना के अंतर्गत जिला भर में लगभग 50000 प्रजनन योग्य गाय तथा भैंसों में नि:शुल्क कृत्रिम गर्भाधान का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। किसान को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
*दूध का उत्पादन बढऩे से किसानों की आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक समृद्धि की राह पर अग्रसर होंगे:- उप विकास आयुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा (भा.प्र.से.)*
उप विकास आयुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा (भा.प्र.से.) ने कहा कि दूध का उत्पादन बढऩे से किसानों की आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक समृद्धि की राह पर अग्रसर होंगे। इसके अलावा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को खेतों में गोबर से बनी खाद का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने से रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होगी।
मौके पर जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ इंदु भूषण, पशु शल्य चिकित्सक डॉ मनोज कुमार, अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार पाण्डेय,भ्रमणशील पशु चिकित्सक पदाधिकारी डॉ रितेश गुप्ता,भ्रमणशील पशु चिकित्सक कर्मतांड डॉ मुन्नी मुर्मू, भ्रमणशील पशु चिकित्सक पदाधिकारी बस्ती पालाजोरी डॉ मेरी निशा तिग्गा सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे।