निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झारखंड, डॉ० नेहा अरोड़ा (भा०प्र०से०) एवं उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, जामताड़ा श्री फैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) के संयुक्त अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (ग्रामीण) एवं जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों के प्रगति की समीक्षा बैठक संपन्न
सभी प्रखंड के गांवों को ओडीएफ प्लस के साथ जोड़ा जायेगा – निदेशक, एसबीएम जी
आज दिनांक 07.12.2022 को समाहरणालय सभागार में निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झारखंड, डॉ० नेहा अरोड़ा (भा०प्र०से०) एवं उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, जामताड़ा श्री फैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) के संयुक्त अध्यक्षता में स्वस्थ भारत मिशन ग्रामीण (ग्रामीण) एवं जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों के प्रगति की समीक्षा का आयोजन किया गया।
*विभिन्न बिंदुओं पर हुई समीक्षा, आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए*
बैठक में मुख्यत: निविदा कार्यों के प्रगति की समीक्षा, एकरारनामा एवं कार्यआदेश की समीक्षा तथा एजेंसियों के द्वारा उपलब्ध कराए गए सर्वे एवं डिजाइन के अनुमोदन के प्रगति की समीक्षा, आईएमआईएस में एफएचटीसी की प्रगति की प्रविष्टि की समीक्षा, आवंटन की विरुद्ध व्यय की समीक्षा, वाटर क्वालिटी आईईसी एवं कैपेसिटी बिल्डिंग संबंधी कार्यों की भौतिक वित्तीय प्रगति की समीक्षा, जल सहिया एवं आईएसएएस के भुगतान की समीक्षा, टीपीआईए की कार्यों की समीक्षा सहित अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की गई।
*ओडीएफ प्लस को सफल बनाने हेतु ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ें – निदेशक, एसबीएम जी*
बैठक को संबोधित करते हुए निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) डॉ० नेहा अरोड़ा ने कहा की ओडीएफ प्लस का एकमात्र उद्देश्य इसके मुख्य घटकों के बारे में जागरूकता पैदा करना, ओडीएफ प्लस के पहलों में सामुदायिक भागीदारी को मजबूत बनाना सहित सही जानकारी और बेहतर समझ के आधार पर निर्णय लेने के लिए व्यक्तियों और परिवारों को सशक्त बनाना ही इसका उद्देश्य है।
इस दौरान उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से परिचय प्राप्त करते हुए ओडीएफ प्लस के बारे में जानकारी के साथ इसमें 6 कॉम्पोनेंट्स के बारे में भी जानकारी लिया गया। कहा कि वैसे गांव जिसमे स्वच्छता क्षेत्र में मनरेगा से कम काम हुए हैं वैसे गांव को ओडीएफ प्लस बनाना हैं। बताया कि सभी प्रखंड के सभी गांवों को ओडीएफ प्लस के साथ जोड़ा जायेगा।
सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी मुखिया, जल सहिया, पंचायती राज के डीपीएम, प्रखंड समन्वयक सहित अन्य के साथ बैठक कर लें और ओडीएफ प्लस के बारे में वर्कशॉप का आयोजन कर के बताएं। इस मौके पर ब्लाक कॉर्डिनेटर को गांव का एक्शन प्लान बनाने का भी निर्देश दिया गया।
*गांवों में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करें*
वहीं निदेशक द्वारा बताया गया ओडीएफ फेज- 1 लोगों की जनसभागिता जुड़ गई थी, इसलिए सफल हुआ। ओडीएफ प्लस को सफल बनाने हेतु ज्यादा से ज्यादा लोगों को ओडीएफ प्लस से जोड़ें। साथ ही अधिक से अधिक गांवों में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करें। फिजिकल/वर्चुअल ट्रेनिंग करवाएं और कैपेसिटी बिल्डिंग एक्टिविटीज भी करवाएं। उन्होंने राज्य स्तर से दिए गए लक्ष्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
*गांव का सर्वे कर बेहतर कार्ययोजना बनाएं; कचरे का उचित प्रबंधन से गांव बनेंगे स्वच्छ – उपायुक्त*
वहीं उपायुक्त श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०) ने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि आपलोग पहले गांव का सर्वे कर लें ताकि गांव लेवल पर बेहतर कार्ययोजना बनाया जा सके। प्लान को बेहतर तरीके से बनाएं ताकि स्ट्रैक्चर बन जाने के बाद इसका दुरुपयोग ना हो। वहीं उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (एसबीएम-जी) के दूसरे चरण में सभी प्रकार के कचरे का उचित प्रबंधन करना, जो न केवल हमारे गांवों को स्वच्छ बनाएगा, बल्कि ग्रामीण परिवारों के लिए आय पैदा करने और सतत विकास लक्ष्यों की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए आजीविका के नए अवसर सृजित करने के अवसर भी पैदा करेगा। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण सफाई और सुरक्षित स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को सुदृण करता है और इस तरह अपने नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है। वही उन्होंने समीक्षा के दौरान खराब स्थिति वाले प्रखंड के प्रखंड समन्वयक को फटकार लगाई।
ओडीएफ प्लस फेज II के तहत किए जाने वाले कार्यों को पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया गया। जिसमें सभी गांव के मल कीचड़ प्रबंधन (एफएसएम), बायोडिग्रेडेबल कचरा प्रबंधन (बीडब्ल्यूएम), प्लास्टिक कचरा प्रबंधन (पीडब्लूएम) और दूषित जल प्रबंधन (जीडब्ल्यूएम) सहित अन्य प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया।
*इनकी रही उपस्थिति*
मौके पर संयुक्त सचिव सह संयुक्त निदेशक SBM-G श्री इंद्रदेव मंडल, उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा, डीआरडीए निदेशक श्री जावेद अनवर, राज्य परामर्शी SBM-G श्री संजय कुमार पांडेय, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी श्री राहुल कुमार प्रियदर्शी,जिला समन्वयक श्री अनुज कुमार सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे।
निदेशक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण डॉ० नेहा अरोड़ा (भा०प्र०से०) ने जिला अंतर्गत फतेहपुर प्रखंड के पालाजोरी ग्राम पंचायत में फेज २ के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का किया निरीक्षण
आज दिनांक 07.12.2022 को निदेशक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण डॉ० नेहा अरोड़ा (भा०प्र०से०) के द्वारा जामताड़ा जिला अंतर्गत फतेहपुर प्रखंड के पालोजोरी ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-२ के तहत ठोस एबं तरल अपशिष्ट प्रबंधन(SLWM) से संबंधित कार्य सोक पिट, वर्मी कंपोस्ट पिट, नोडेफ, कम्पोस्ट पिट एवं भष्मक योजना का निर्माण का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बिंदुओं पर आवश्यक जानकारी ली।
वहीं निरीक्षण क्रम में उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को एसएलडब्लूएम के सभी कार्य सोक पिट, नोडेफ, कम्पोस्ट पिट, वर्मी कम्पोस्ट एवं भष्मक का निर्माण कार्य में उपयोग एवं व्हाईल राइटिंग स्लोगन करने सहित अन्य बिंदुओं पर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
इस मौके पर निदेशक डीआरडीए श्री जावेद अनवर इदरीसी, सचिव सह संयुक्त निदेशक एसबीएम जी श्री इंद्रदेव मंडल, राज्य परामर्शी एसबीएम जी, श्री संजय कुमार पांडेय, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी श्री राहुल प्रियदर्शी, जिला समन्वयक श्री अनुज कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
आज दिनांक 07.12.2022 को 11वीं कृषि गणना 2021-22 के तहत उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा, अपर समाहर्ता श्री सुरेंद्र कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी श्री पंकज कुमार तिवारी, जिला सुचना विज्ञान पदाधिकारी श्री अभय परासर, सभी जिला के अंचल अधिकारी के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार हैं। 2021-22 की कृषि जनगणना कृषि के संरचनात्मक पहलुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने का कार्य करेगी।
*अपर समाहर्ता, जामताड़ा द्वारा कृषि गणना 2021-2022 चरणबद्ध तरीके से पूरी की जानकारी दी और बताया कि इसमें तीन चरण शामिल हैं। और कृषि गणना की जानकारी की प्रतेक बिंदु पर सभी अंचल अधिकारी के साथ उपस्थित अंचल निरीक्षक, कर्मचारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर को प्रशिक्षण लेना है क्योकि यह पूर्ण रूप से मोबाइल एप के माध्यम से होना है|*
*जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जामताड़ा द्वारा कृषि गणना के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी गई क्यों कृषि गणना जरुरी है। इसके महत्वपूर्ण के बारे में पदाधिकारी द्वारा बताया गया| पदाधिकारी द्वारा तीन चरण में कृषि गणना के कार्यो को संपन्न कराना है इसकी पूर्ण जानकारी दी गयी।*
*जिला सुचना विज्ञान पदाधिकारी द्वारा प्रशिक्षण के दौरान सभी को कृषि गणना 2021-22 के तहत भारत सरकार के आधिकारिक कृषि वेबसाइट एवं वेब एप्लीकेशन के माध्यम से किए जाने वाले कार्य को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई।*
*मौके पर सभी को यूजर आईडी क्रिएशन, अंचल अधिकारी, सुपरवाइजर व राजस्व उप निरीक्षकों द्वारा उनके क्षेत्र के प्रत्येक गांव में कृषि गणना हेतु संबंधित वेबसाइट अथवा एंड्राइड एप्लीकेशन पर अंकित किए जाने वाले जानकारियों की प्रक्रिया की जानकारी दी गयी। लाइव दिखाया गया ताकि किसी प्रकार का संदेह मन में ना रह जाए |
इस दौरान सभी अंचल अधिकारी, अंचल निरीक्षकों, राजस्व उपनिरीक्षकों, कंप्यूटर ऑपरेटरों सहित अन्य उपस्थित कमरी मौजूद थे।