झारखंड बनने के बाद से ही राज्य भ्रष्टाचार अवैध खनन और राजनीतिक प्रयोगशाला के रूप में चर्चित रहा है कई मामले में अधिकारियों के उदासीनता के कारण पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और वर्तमान सरकार हेमंत सोरेन भी जाने पर है खनन माफियाओं के कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ED के रडार पर है और इसका कहीं ना कहीं सूत्र पदाधिकारी से होकर गुजरता है| मामला बहरागोरा प्रखंड के पथरी पंचायत के महुलडांगरी स्वर्णरेखा नदी घाट से बालू के हो रहे उठाव पर सवाल उठा है
बालू माफिया दिन के उजाले में बेधड़क बालू का खनन कर विभिन्न वाहनों से बालू का उठाव कर रहे हैं ,ऐसा नहीं है कि यह मामला सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र का है शहरी क्षेत्र में बारीडीह , बिरसानगर , मानगो भी इससे अछूता नहीं है आखिर ? वरीय पदाधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं जाना कई संकेत देते हैं | कई बार तो पंचायत के उप मुखिया अभिजीत जाना बालू खनन का वीडियो बनाकर उपयुक्त पूर्वी सिंहभूम से कार्रवाई की मांग की है |
पूर्व में बारीडीह , बिरसानगर क्षेत्र के भी खनन माफिया के खिलाफ कई बार शिकायत हो चुके हैं प्रशासन मौन है?