ए डी एल सोसाइटी के अध्यक्ष वाई ईश्वर एवं उपाध्यक्ष से एन वीआर मूर्ति ने संयुक्त रूप से वार्ता
सोसाइटी के वर्तमान समय में चल रहे विवादों जमशेदपुर:सोसायटी के महासचिव एम रवि कुमार ने फर्जी बिल 8,69,000 का पास करवाना चाहा,परंतु इस योजना का उजागर हुआ तो समाज और सोसाइटी के लिए शर्म की बात है ।परंतु कोषाध्यक्ष पी सिहमदी राव की सूझबूझ के कारण इस घोटाले को रोका गया। जिससे क्षुब्ध होकर महासचिव ने कुछ सदस्यों को गुमराह किया और उनकी मदद लेकर गलत तरीके से कोषाध्यक्ष को पद मुक्त कर दिया गया.जिसका कई सदस्यों ने विरोध किया परंतु महासचिव नहीं रुके,रुकने की वजह सयुक्त सचिव ने एम नागेश्वर राव को भी से हटा दिया गया।जो पूरी तरह गलत है .इस तरह उन्होंने पूरी तरह से संविधान का उल्लंघन किया.जिसमें दृष्टि टी आदित्य नारायण राव ने महासचिव एवम रवि कुमार का साथ दिया,जो कि सोसाइटी के संविधान का उल्लंघन है। वैसे श्री टी आदि नारायण पहले भी विवाद रह चुके हैं। जब सोसाइटी का कार्यक्रम समाप्त हो चुका है तो किसी भी मुख्य कार्यों में दोनों दृष्टि की सहमति होनी चाहिए ।परंतु श्री आदिनारायण राव ने संविधान का उल्लंघन किया और कई गलत निर्णय लिया।ये उनकी ईमानदारी पर सवाल खड़ा करती है ।दूसरे दृष्टि से बीएस राव ने इसे अनैतिक बताया और कार्य के लिए सृष्टि टी आदि नारायण राव को कारण बताओ पत्र भी जारी किए हैं और महासचिव पर लगे आरोपों को एवं सभी मामलों में जांच करने का मन बनाते हुए उन्हें तत्काल उनके पद से प्रभाव से हटा दिया है।जिसकी सूचना कमेटी को भी भेज दी गई है जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक महासचिव सोसाइटी के किसी भी कार्य में भाग नहीं ले सकते हैं। नियंमत 3 वर्षों के बाद कार्य कारणी का कार्यकाल समाप्त हो जाता है और फिर चुनाव कराना अनिवार्य है। कार्यकारिणी में नौ पदाधिकारी है जिसमें पांच पदाधिकारी चुनाव के पक्ष में है और किंतु महासचिव ने यह जरूरी नहीं समझा कि चुनाव कराए।बेवजह विवाद बढ़ाकर सोसाइटी को गलत दिशा में ले जा रहे हैं .सोसाइटी के सभी सदस्यों से हमारी अपील है कि आप सभी आगे आए और सोसाइटी की गरिमा को बचाने में अपना सहयोग करें ।
आज इस कार्यक्रम में एम नागेश्वर राव,पी सिहमदी,सी एच रमना राव,जेशंकर राव, रामकृष्ण,एम कमल कुमार, डी रामु, आर सतीश,बी के राव के अलावा कई गणमान्य सदस्य शामिल थे।