जलगांव. महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार को परांडा रेलवे स्टेशन पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह ने यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मचा दी। घबराए यात्री जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदकर दूसरी पटरी पर चले गए। उसी समय तेज गति से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने इन यात्रियों को कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं।
पुष्पक एक्सप्रेस के B4 बोगी के पहियों से धुआं निकलता देख किसी ने आग लगने की अफवाह फैला दी। घबराहट में यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन को रोका और कई यात्री नीचे उतरकर दूसरी पटरी पर पहुंच गए। इसी दौरान दूसरी ओर से गुजर रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आकर कई लोग मौके पर ही मारे गए। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बोगी में ‘हॉट एक्सिल’ या ‘ब्रेक बाइंडिंग’ के कारण चिंगारी निकली थी, जिसे यात्रियों ने आग समझ लिया।
घटनास्थल पर चारों ओर शवों के टुकड़े बिखरे पड़े थे। घायलों की चीख-पुकार और परिजनों का विलाप माहौल को और भयावह बना रहा था। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। घायलों के इलाज के लिए अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, घटना स्थल पर ट्रैक का तेज मोड़ भी हादसे का बड़ा कारण बना, जिससे यात्रियों को दूसरी ट्रेन के आने का अंदाजा नहीं लग सका। यह हादसा रेलवे सुरक्षा और आपात स्थितियों में यात्रियों की तैयारी पर सवाल खड़े करता है।