उदयपुर/नई दिल्ली। झीलों के शहर उदयपुर में सोमवार को जी20 शेरपाओं की बैठक का दूसरा दिन डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में वर्किंग ग्रुप्स के साथ टेक्नोलॉजिकल ट्रांसफॉर्मेशन (तकनीकी परिवर्तन) पर एक सत्र के साथ शुरू हुआ।
बैठक की शुरुआत में भारतीय शेरपा अमिताभ कांत ने विदेशी प्रतिनिधिमंडल के समक्ष विनिर्माण, बुनियादी ढांचे, पर्यटन और डिजिटल परिवर्तन जैसे कई क्षेत्रों में भारत की सफलता की कहानियों को साझा किया। इस दौरान सभी जी20 शेरपाओं और आईओएस प्रमुखों की उत्साहपूर्ण भागीदारी के साथ सकारात्मक और रचनात्मक चर्चा हुई। इस साल भारत को मिली जी20 की अध्यक्षता डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा संचालित नवाचार एवं सतत विकास को मजबूत गति प्रदान करेगी। वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव अजय सेठ ने विदेशी प्रतिनिधिमंडल के समक्ष फाइनेंस ट्रैक का अवलोकन प्रस्तुत किया। सेठ द्वारा भारत की फाइनेंस ट्रैक प्राथमिकताओं पर दी गई शानदार प्रस्तुति से जी20 शेरपा प्रभावित हुए। इसके साथ ही जी20 अध्यक्षता के दौरान भारत की महत्वाकांक्षी प्राथमिकताओं के प्रति मजबूत समर्थन देखने को मिला।
भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह विकासशील और विकसित दुनिया के बीच एक सेतु का काम करेगा। ग्रीन डेवलपमेंट एंड लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (लाइफ) दिन के दूसरे सत्र का विषय रहा, जहां इस बात पर प्रकाश डाला गया कि भारत एसडीजी पर प्रगति में तेजी लाने के एजेंडे को केंद्र स्तर पर लाएगा और विकास कार्य समूह में डेटा फॉर डेवलपमेंट का उपयोग करेगा। विकास, ऊर्जा, जलवायु और डीआरआर इस सत्र में शामिल वर्किंग ग्रुप्स थे।
उदयपुर के ताज फतेह प्रकाश होटल के दरबार हॉल में शेरपा बैठक के दूसरे दिन फलदायक चर्चा हुई। भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा है कि भारत की अध्यक्षता के तहत, हमारा ध्यान विकासशील देशों, ग्लोबल साउथ और उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के बीच साझा प्राथमिकताओं और सहयोग बनाने पर होगा।
कांत ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘पीएम मोदी ने रेखांकित किया है कि हमें मिलकर दुनिया की कुछ सबसे अधिक दबाव वाली चुनौतियों को हल करने के लिए काम करना चाहिए। हमें उन पर ध्यान देना चाहिए, जिनकी जरूरत सबसे ज्यादा है। भारत की जी20 अध्यक्षता आशा, सद्भाव, उपचार और सभी की एकता की वकालत करने पर केंद्रित होगी।’’
दिन की अन्य उल्लेखनीय गतिविधियों में वैश्विक और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था पर एक संवाद भी शामिल था। साथ ही चाय पर चर्चा के अलावा विदेशी प्रतिनिधियों द्वारा शहर के मानेक चौक और सिटी पैलेस का दौरा भी स्थानीय निवासियों के बीच कौतूहल का विषय रहा।
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