भारत के प्रथम नागरिक का अपमान है और साथ-साथ आदिवासी समाज का भी अपमान :रियाजुद्दीन खान
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विशेष आमंत्रित सदस्य रियाजुद्दीन खान ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को नहीं आमंत्रित किए जाने की तीव्र निंदा कीl उन्होंने कहा यह भारत के प्रथम नागरिक का अपमान है और साथ-साथ आदिवासी समाज का भी अपमान हैl ज्ञातव्य हो के द्रौपदी मुरमू जी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाते वक्त इसी भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने के लिए खूब आदिवासी कार्ड खेला था और आदिवासी को राष्ट्रपति पद पर सुशोभित करने और उन्हें सम्मान देने की अपील की थी और और आज जब वह देश के सर्वोच्च पद पर राष्ट्रपति की हैसियत से विराजमान हैं
और संविधान के अनुसार वह देश की प्रथम नागरिक हैं और संविधान के अनुसार देश के सर्वोच्च पद पर हैं तब उन्हें देश के सर्वोच्च शासन केंद्र नए संसद भवन के उद्घाटन से दूर रखा गया है यह ना सिर्फ संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन है बल्कि देश की प्रथम आदिवासी महिला नागरिक का भी अपमान हैl आदिवासी और दलित का झूठा राग अलापने वाली भारतीय जनता पार्टी की आज कलई खुल गई हैं और यह पता लग गया कि भाजपा सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ के लिए आदिवासी और दलित समाज का इस्तेमाल करती है और जब उन्हें इतिहास के पन्नों में नाम दर्ज करने और सम्मान देने की बात आती है तो उन्हें उससे दूर रखा जाता है और
उन्हें वर्तमान और भावी इतिहास से अलग रखा जाता है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है और अनैतिक है lब्रिटेन की रानी के निधन पर उनके सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज झुका दिया जाता है परंतु यह अजीब विडंबना है कि आज एक जीवित भारत के प्रथम नागरिक और देश के वर्तमान राष्ट्रपति को देश की सर्वोच्च संवैधानिक संस्था संसद भवन ऐतिहासिक उद्घाटन के अवसर से वंचित किया जाता है जिसका हम कांग्रेस जन विरोध करते हैंl वर्तमान केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की शासन व्यवस्था से उनकी हिटलर शाही और निरंकुशता और संविधान तथा लोकतंत्र विरोधी होने का बोध होता है जो कि देश की प्रजातांत्रिक परंपरा, और मान मर्यादा को नष्ट करने का संकेत देता है