बेंगलुरु. चीन से शुरू हुआ ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) अब भारत में भी पैर पसारने लगा है। देश में इस वायरस के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब तक 8 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें अहमदाबाद, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों से संक्रमित मरीज मिले हैं।
भारत में HMPV का पहला मामला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सामने आया, जहां 8 महीने की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद 3 महीने के एक बच्चे में भी संक्रमण की पुष्टि हुई। दोनों बच्चों को रूटीन चेकअप के दौरान इस वायरस से संक्रमित पाया गया। पश्चिम बंगाल में 5 महीने के एक बच्चे में HMPV के लक्षण मिले हैं, जिसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। तमिलनाडु के चेन्नई में भी दो बच्चों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में 2 संदिग्ध मरीज मिले हैं—एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का, जिनमें संक्रमण पाया गया है।
अहमदाबाद में 2 महीने के एक बच्चे को सर्दी और तेज बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्चे को शुरुआत में 5 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया, जिसके बाद जांच में HMPV की पुष्टि हुई। बढ़ते मामलों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और इसकी पहचान 2001 में हुई थी। यह वायरस लंबे समय से वैश्विक स्तर पर मौजूद है। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को रोकने की अपील करते हुए लोगों से सतर्क रहने और बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है।
HMPV वायरस क्या है?
यह वायरस मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते हैं, जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई और गले में खराश। चिकित्सकों ने संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखने और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी है।