चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
भगवानपुर,बेगूसराय: अमृत सरोवर के नाम पर तालाब सौंदर्यीकरण हेतु पुराने तालाब को चिन्हित किया गया लेकिन तीन मीटर भी गहराई नही की गई न ही योजना अनुसार फेवर ब्लॉक लगाये गये और न ही योजना के अनुसार वृक्षारोपण कार्य हुए उक्त बातें प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित मनरेगा भवन के सभागार में बुधवार को पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद कार्यक्रम के तहत संवाद करते हुए भारत सरकार के ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री सह स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने कहा ।इस अवसर पर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने मंत्री गिरिराज सिंह के समक्ष मुखिया व पंचायत से संबंधित समस्या को रखा। मुखिया अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में पंचायती राज व्यवस्था पुरी तरह से चरमरा गई है। प्रधानमंत्री आवास और मनरेगा पंचायत प्रतिनिधियों के नियंत्रण से बाहर कर दिया गया है, जिससे कार्य संतोषजनक नहीं हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इधर कुछ वर्षों में पंचायत प्रतिनिधियों को धीरे-धीरे शक्तिहीन किया जा रहा है। अब पंचायत में होने वाले आमसभा में सरकार द्वारा निर्धारित और निर्देशित शर्तों को ही प्राथमिकता दी जाती है, पंचायत प्रतिनिधि आमसभा में पंचायत की जनता की मूलभूत समस्याओं को इस बजह से दूर नहीं कर पाती है, जिसके कारण जनता के सामने उसकी फजीहत होती है वहीं काजीरसलपुर पंचायत के मुखिया महंत प्रणव भारती ने कहा कि मनरेगा में बाजार मूल्य तथा सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य में भारी अंतर होने के कारण कार्य प्रभावित होने की बात कही उन्होंने यह भी कहा कि सोलर लाइट सरकार ऐसे वेंडर से लगवाती है,जिसे मुखिया से पहचान की कोई जरूरत नहीं होती है ,इस हालत में वेंडर कम गुणवत्ता वाले सोलर लाइट लगाकर चली जाती है, जिससे कुछ ही दिनों में वह खराब हो जाता है और पंचायत की जनता गाली मुखिया को देती है वहीं महेशपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मुकेश कुमार ने मंत्री गिरिराज सिंह को हाथ जोड़कर प्रतिक्षा सुची में शामिल गरीब लोगों को अविलंब घर बनवाने का निवेदन किया। मुखिया की समस्या वाकिफ होते हुए उन्होंने बिहार सरकार पर दबी जुबान से ऊंगली उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार वहां से बिहार सरकार को राशि भेजती है लेकिन बिहार सरकार की वर्तमान व्यवस्था के अनुसार मनरेगा कार्य पीओ देखता है और उसी के द्वारा काम करवाया जाता है जो संतोषजनक नहीं होता, मुखिया को मनरेगा पदाधिकारी के द्वारा जो राशि दी जाती है उसपर ही संतोष करना पड़ता हैं उन्होंने कहा कि हमने सिक्रेटरी से इस मामले में बात की है कि आप हमें बतायें कि राशि कैसे मुखिया के खाते में जाय उन्होंने कहा कि मुखिया के द्वारा जो मनरेगा कार्य होगा वह आमलोगों को दिखेगा। उन्होंने कहा कि मनरेगा रोजगार नहीं है यह शहर नहीं जाकर कमाने वाले मजदूरों के लिए जीविका का एक साधन है इसकी मजदूरी भारत सरकार नहीं राज्य सरकार तय करती है। वही पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि हमलोग सरकार के दबाव में काम करते हैं और हम से जोर-जबरदस्ती हस्ताक्षर लिए जाते हैं।तब केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मुखिया अपनी समस्या सामुहिक रूप से हमें लिखकर दें हम बिहार सरकार से बात करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमने बिहार सरकार को उक्त मामले में पहले ही कहा था कि 29 में 20 से सब्जेक्ट पंचायत प्रतिनिधियों को सौंपिये लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मुखिया प्रतिनिधि मुकेश कुमार द्वारा पीएम आवास की नये सुची बनाए जाने की मांग पर कहा कि दो करोड़ पंचानबे लाख आवास जो वर्तमान सुची के अनुसार बननी है, उसके निर्माण के बाद ही नये योजना का निर्माण किया जाएगा। वहीं उन्होंने बिहार सरकार पर 1 लाख 60 हजार आवास वापस कर देने का भी आरोप लगाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता और संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर ने करते हुए मंत्री को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया । अंचलाधिकारी वीणा भारती ने भी पुष्प गुच्छ देकर सांसद को सम्मानित किया , मौके पर थाना अध्यक्ष प्रतोष कुमार, ए एस आई अमित कुमार, सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर, भाजपा के जिला अध्यक्ष राजीव वर्मा, बलराम सिंह, मुखिया सुनील कुमार राय, मुखिया प्रतिनिधि सुरेंद्र कुमार सुमन, उपमुखिया नीरज कुमार सहित प्रखंड क्षेत्र के अन्य पंचायत के मुखिया,पंसस व उपमुखिया उपस्थित थे।वही मंत्री गिरिराज सिंह चंदौर गांव स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित किसान चौपाल में पहुंच कर किसानों के सामने त्वरित मिट्टी जांच मशीन का प्रदर्शन किया।