डैमेज कंट्रोल करने में लगे डॉक्टर अजय कितने होंगे सफल!
राष्ट्र संवाद संवाददाता
कांग्रेस ने जैसे ही डॉक्टर अजय को प्रत्याशी घोषित किया कांग्रेस के स्थानीय नेताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है डॉक्टर अजय खुद डैमेज कंट्रोल करने के लिए चुनावी रण में सुबह-सुबह उतरे
डॉ अजय पूर्व जिला अध्यक्ष विजय खा और जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे के आवास पर पहुंचे और पार्टी हित में काम करने का आग्रह किया सुबह से दो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं दोनों तस्वीर यह बयान कर रही है कि डॉ अजय अभी पूरी तरह से डैमेज कंट्रोल करने में सफल नहीं हुए हैं
स्थानीय कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि पूरे 5 साल तक कांग्रेस का झंडा उठाने के बाद अगर हमेशा बाहरी लोगों को टिकट मिलेगा तो स्थानीय कांग्रेसी कहां जाएंगे यहां यह जानना भी जरूरी है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी डॉक्टर गौरव वल्लभ को टिकट मिला था और वह कुछ करिश्मा नहीं दिखा पाए थे बाद में वे कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए भाजपा में शामिल हुए
झारखंड की भौगोलिक स्थिति के अनुसार झारखंड में मात्र जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिम के साथ झरिया, धनबाद और बोकारो सीट पर बिहारीयों का बोल वाला है वैसे में कांग्रेसियों को डॉक्टर अजय कचोट रहे हैं
दूसरा सबसे बड़ा सवाल इस बार के चुनावी रण में उभर कर आया है कि सवर्ण समाज को दोनों राष्ट्रीय दलों ने महत्व नहीं दिया है और इसकी टीस सवर्ण समाज को है राष्ट्रीय दलों के प्रत्याशित घोषित करने के बाद जिस तरह से जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिम में बैठक हो रही है वह राष्ट्रीय दलों के लिए शुभ संकेत नहीं है डैमेज कंट्रोल अगर नहीं हुआ तो हो सकता है इसका फायदा क्षत्रप उठा ले जाए