सर्विस सिक्योरिटी के नाम पर 1 लाख 20 हजार युवाओं के साथ भयानक धोखा कर रही है हरियाणा सरकार:अशोक मेहता
राष्ट्र संवाद, संवाददाता
हरियाणा/हिसार
एच के आर एन के माध्यम से हरियाणा में ठेके की लगभग 1 लाख 20 हजार नौकरियों को समाप्त करने की भाजपा सरकार की योजना उन युवाओं के साथ धोखा है जिनसे मुख्यमंत्री महोदय ने कुछ समय पहले वायदा किया था कि किसी भी अस्थाई कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी जबकि अब एक योजना के तहत धीरे धीरे सभी 1 लाख 20 हजार अस्थाई कर्मचारियों को हटाने को सरकार तत्पर नजर आ रही है।
यह बात वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक मेहता ने कही। उन्होंने कहा कि हरियाणा भाजपा सरकार ने अब अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। अस्थाई कर्मचारियों की बर्खास्तगी के कुछ आदेश दिए जा चुके हैं। जिसमें 2 अप्रैल 2025 को 252 पीजीटी अध्यापकों की नौकरी बर्खास्त कर दी गई। 19 मार्च को नहर विभाग के द्वारा एचकेआरएन में लगे 128 कर्मचारियों की नौकरी बर्खास्त कर दी गई। 31 मार्च को वन विभाग फतेहाबाद, सिरसा तथा पानीपत द्वारा एचकेआरएन कर्मचारियों की नौकरी बर्खास्त कर दी गई। पंचायती राज विभाग, करनाल, जगाधरी व छछरौली ने भी 31 मार्च, 2025 को एचकेआरएन से लगे कर्मचारियों की नौकरी बर्खास्त कर दी। इनके अलावा भी सैकड़ों और नौकरियों की बर्खास्तगी के ऑर्डर या तो जारी कर दिए गए हैं या जारी किए जा रहे हैं। इनमें से 98 प्रतिशत युवा यानी 1 लाख 10 हजार युवा साल 2020-21 या इसके बाद लगे हैं। इनमें से भी ज्यादातर चुनाव से ठीक पहले साल 2023 व 2024 में लगाए गए। अब इन सब युवाओं की नौकरी खतरे में पड़ गई है।
अशोक मेहता ने कहा कि भाजपा की नीति है कि नौजवान का रोजगार छीनकर उसे अपनी नीति से भटकने पर मजबूर कर दो ताकि वह अपने भविष्य के बारे में कुछ सोच ही न सके। आज प्रदेश में जो नशा, अपराध बढ़ रहा है उसकी जड़ भाजपा सरकार की युवाओं को बेरोजगार करने की नीति ही है।
उन्होंने कहा कि सरकार की रोजगार खत्म करने की नीति से हताश युवा रोजगार की तलाश में विदेश जाना शुरू हो गए लेकिन वहां से भी हमारे युवाओं को वापिस भेज दिया गया और भाजपा सरकार इसको लेकर 1 बार भी गंभीर नजर नहीं आई। उनके आंसू पोछना तो दूर जो युवा हरियाणा में पहले से नौकरी कर रहे हैं सरकार ने उन्हें भी नौकरी से हटाने का मन बना लिया।
उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने 15 जनवरी, 2025 व 3 अप्रैल, 2025 को चीफ सेक्रेटरी हरियाणा सरकार से आदेश जारी करवा यह साफ कह दिया कि एचकेआरएन के केवल उन कर्मचारियों को ‘सिक्योरिटी ऑफ सर्विस” दी जाएगी, जो 15 अगस्त 2019 से पहले एचकेआरएन या कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से लगे हैं। 15 अगस्त, 2019 के बाद एचकेआरएन के माध्यम से लगे कर्मचारियों को “फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट” के सिद्धांत से नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। यह उन युवाओं के साथ बड़ा धोखा है जो इस उम्मीद में थे कि मुख्यमंत्री हरियाणा ने उनकी नौकरी स्थाई कर दी है और अब उन्हें रोजगार के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है।
अशोक मेहता ने कहा कि केवल झूठ बोलकर सत्ता हासिल करना भाजपा की फितरत है। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हरियाणा ने बड़े बड़े दावे किए थे कि एचकेआरएन की नौकरी से किसी युवा को हटाया नहीं जाएगा।अब हजारों युवाओं की बर्खास्तगी व नायब सैनी सरकार द्वारा जारी किए गए बर्खास्तगी के नए फरमानों के बाद यह बिल्कुल साफ हो गया है कि भाजपा ने केवल वोट के लिए युवाओं का प्रयोग किया था। उसपर आग में घी डालने का काम भी भाजपा सरकार द्वारा इस बयान के बाद किया कि एचके आरएन के सभी कर्मचारियों को केवल 31 मार्च, 2025 तक ही सेवा में रखा जाएगा। अगर एचकेआरएन से लगे किसी कर्मचारी को 31 मार्च, 2025 के बाद सेवा में रखा जाना है, तो फिर एच एस एस सी तथा वित्त विभाग की लिखित अनुमति अनिवार्य है।
उन्होंने मुख्यमंत्री हरियाणा को कहा कि पहले से ही बेरोजगारी की पीड़ा झेल रहे युवाओं को इस तरह से रोजगार के लिए तंग करने की बजाय उनके लिए रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध करवाए।