छत्तीसगढ़ में गर्मी के चलते पिछले साल से दस प्रतिशत बिजली बढ़ाने की मांग
राष्ट्र संवाद कोरबा कमाल अहमद
रायपुर:-छत्तीसगढ़ में इस वर्ष अप्रैल महीने में ही तेज गर्मी पड़ने लगी है जिसके चलते छत्तीसगढ़ के हर कोने से लोगों की बिजली की मांग तेजी से बढी है, भीषण गर्मी बढ़ने से बिजली पर दबाव बढा है़,जिसके चलते मरम्मत कार्य बढा है जिसके कारण विगत 15 दिनों में केंद्रीय कृत कॉल सेंटर में 1 लाख 56 हजार शिकायतें दर्ज की गई हैं।कंपनी ने त्वरित मरम्मत के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। पिछले साल मई महीने में अधिकतम बिजली की मांग 6,368 मेगावाॅट थी, जो इस साल अप्रैल महीने में ही 10 प्रतिशत बढ़कर 7,006 मेगावाॅट तक पहुंच गई है।छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी पॉवर एक्सचेंज और बैंकिंग के साथ ही एचपीडीएएम (हाई प्राइज़ डे अहेड मार्केट) के जरिये महंगी दरों पर बिजली खरीदकर आम घरेलू उपभोक्ताओं को क्रय दर से कम दरों पर बिजली प्रदान कर रही है।
राज्य में उत्पादित बिजली की दर 4 से 8 रुपये प्रति यूनिट तक रहती है, जबकि खुले मार्केट से बिजली क्रय करने पर अधिक कीमत देनी पड़ती है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की क्षमता 2978.7 मेगावॉट है, जबकि राज्य सरकार से अनुबंध के आधार पर सेंट्रल सेक्टर से 3,380 मेगावॉट बिजली मिलती है।
इसके अलावा सोलर संयंत्र से लगभग 700 मेगावॉट बिजली मिलती है। प्रदेश में दिन के समय मांग की तुलना में अधिक बिजली रहने पर छत्तीसगढ़ दूसरे राज्यों को बिजली देता है। वितरण कंपनी ने अपनी क्षमता बढ़ाई है।