कांग्रेस में कलह चरम सीमा पर एआईसीसी पूरे मामले पर गंभीर
राष्ट्र संवाद के दिल्ली सूत्र ने दिन में ही खबर दी थी कि आलाकमान की नजर पूरे घटनाक्रम पर है हो सकता है कभी भी इन्हें दिल्ली बुलाया जा सकता है और देर शाम होते-होते इसकी पुष्टि हो चुकी है एक बार फिर राष्ट्र संवाद के दिल्ली सूत्र की विश्वसनीयता रही बरकरार
सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार एआईसीसी आंतरिक रूप से मुखर हो रहे विधायक अनूप सिंह डॉक्टर इरफान अंसारी और दीपिका पांडे सिंह की जांच करवा रही है
कांग्रेस में कलह चरम सीमा पर है प्रभारी के साथ प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के हाथों से भी बात निकलती दिख रही है परंतु यह तय माना जा रहा है कि इस बगावत के पीछे बड़ी राजनीति हो रही है पर्दे के पीछे से बड़ा खेल हो रहा है किस तरह से विधायकों ने झारखंड छोड़ने की धमकी आलाकमान को दी है वह चुनौती पूर्ण है हालांकि दिल्ली सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार आला कमान ने गेंद विधायकों के पाले में डाल दी है और यह कह दिया है कि आप लोग ही नाम तय कर दें इसके बाद से ही राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है सभी विधायकों की चाहत है मंत्री बनने की इसी बीच मंत्री वसंत सोरेन विधायकों को मनाने पहुंचे और कहा कि विधायकों की नाराजगी खत्म हो चुकी है
ज्ञात हो कि चंपई मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले ही प्रदेश कांग्रेस में छिड़े आंतरिक घमासान को आर-पार की शक्ल देने की तैयारी शुरू कर दी गई है. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों को नहीं हटाया गया तो कांग्रेस के 12 विधायक किसी भी हद तक जा सकते हैं. उनका कहना है कि आज ही बेंगलुरु के लिए रवानगी होगी. हालांकि यह कार्यक्रम रद्द हुआ और सभी विधायक दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं दो विधायक कल दिल्ली जाएंगे
इरफान अंसारी का कहना है कि यह नाराजगी झारखंड सरकार या कांग्रेस आलाकमान के प्रति नहीं है बल्कि यह नाराजगी कांग्रेस कोटे से शपथ लेने वाले चारों मंत्रियों को लेकर है.
महगामा से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा है कि सभी विधायकों ने प्रभारी को लिखित में अपनी भावना से अवगत करा दिया है. उनका कहना है कि कांग्रेस कोटे के चारो मंत्रियों को बदलना चाहिए. दीपिका पांडेय ने कहा कि नाराज विधायकों के दूसरे स्टेट में जाने और बजट सत्र के बहिष्कार का ऑप्शन खुला हुआ है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आलाकमान क्या फैसला लेता है.रांची के खिजरी से कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा है कि उनके साथ छलावा हुआ है. उनका कहना है कि जिस दिन एससी कोटे से 12वें मंत्री को शपथ दिलाई जाए,
उसी दिन कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों को हटाकर नए मंत्री बनाए जाने चाहिए. उनका कहना है कि क्षेत्र में लोगों का सामना करना मुश्किल हो रहा है. प्रदेश प्रभारी को लिखित में सभी बिंदुओं से अवगत करा दिया गया है. अब उनकी कोशिश है कि यह मामला राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल तक पहुंचे.
बहरहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस वाला कमान भी झारखंड पर नजर रख रही है मंत्री बनने वालों विधायकों की कार्यशैली की भी जांच शुरू हो चुकी है सूत्रों के अनुसार मुखर हो रहे विधायक को कभी भी आला कमान दिल्ली तलब कर सकते हैं
लेकिन उन्हें बताना होगा की उनकी बातों से अन्य विधायक सहमत हैं और उन्हें यह भी बताना होगा कि किस मंत्री का परफॉर्मेंस कमजोर है या फिर विधायक किसी के बहकावे में आकर सरकार और कांग्रेस की छवि बिगड़ने की कोशिश कर रहे है सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार एआईसीसी आंतरिक रूप से मुखर हो रहे विधायक अनूप सिंह डॉक्टर इरफान अंसारी और दीपिका पांडे सिंह की जांच करवा रही है