आखिर क्यों धनबाद की घटना को जमशेदपुर में दिया जा रहा है न्योता…..?

देवानंद सिंह

बिल्डरों द्वारा ऊंचे-ऊंचे अपार्टमेंट बनाकर उन्हें बेचने का कॉन्सेप्ट तेजी से बढ़ रहा है, इससे बिल्डर मोटी रकम बना रहे हैं, लेकिन सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीरता बिल्कुल भी देखने को नहीं मिलती है, जिससे हर समय हादसों का अंदेशा बना रहता है। ऐसी ही घटना हाल ही में धनबाद के

आशीर्वाद अपार्टमेंट में देखने को मिली। इस अपार्टमेंट भीषण आग लग गई थी, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। धनबाद की घटना न तो पहली घटना है और ऊंचे-ऊंचे अपार्टमेंट में सुरक्षा इंतजामों को लेकर जिस तरह की लापरवाही देखने को मिलती है, उस स्थिति में यह कोई आखिरी घटना भी नहीं होगी। इस तरह के हादसों से अपार्टमेंट बनाकर मनमर्जी के दामों में बेचने वाले बिल्डरों और प्रशासनिक अमले पर भी सवाल खड़े होते हैं, क्योंकि जिस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं, ऐसे में प्रशानिक अधिकारियों और बिल्डरों को गंभीरता बरतने की जरूरत है, तभी लोगों की सुरक्षा को लेकर कुछ भरोसा बन पाएगा। इसी तरह की स्थिति लोह सिटी जमशेदपुर में भी है। जिस तरह से यहां के अपार्टमेंट में अग्निशन के उपाय नहीं किए गए हैं, उससे यहां के अपार्टमेंट में कब हादसे हो जाए, कुछ पता नहीं है।
जमशेदपुर के तीनों निकाय में लगभग 1200 अपार्टमेंट हैं, लेकिन 20 को छोड़ किसी में भी आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन की सुविधा नहीं है। ऐसे में, सवाल उठता है कि आखिर क्यों धनबाद की घटना को जमशेदपुर में न्योता दिया जा रहा है ? हैरानी की बात यह है कि ऐसे हादसों के बाद भी बिल्डर जाग नहीं रहे हैं और न ही प्रशासन ऐसे बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
इससे बिल्डरों के हौंसले और बुलंद हो रहे हैं, लेकिन इसमें आम आदमी मारा जा रहा है। जमशेदपुर में इस तरह के अपार्टमेंट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यही स्थिति दूसरे शहरों की भी है। अगर, हर जगह यही स्थिति है तो क्या शासन-प्रशासन को सख्ती बरतने की जरूरत नहीं है। अगर, समय रहते इसमें सुधार नहीं हुआ तो इस तरह के हादसे होते रहेंगे और जानमाल का नुकसान होता रहेगा।
