उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा ने किया जल शक्ति अभियान की समीक्षा ; दिए आवश्यक दिशा निर्देश
आज दिनांक 20 जुलाई 2022 को जल शक्ति अभियान एवं अमृत सरोवर परियोजना के तहत किए गए कार्यों को लेकर उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ठ में बैठक आहूत की गई।
उप विकास आयुक्त द्वारा जल शक्ति अभियान एवं अमृत सरोवर परियोजना के तहत किए गए कार्यों का विस्तृत रूप से जानकारी ली साथ ही कहा की सरकार ने इस वर्ष प्रत्येक जिले को 75-75अमृत सरोवर बनाने के लक्ष्य दिए गये है।
उप विकास आयुक्त द्वारा कहा गया की तालाबों को विकसित करने के लिए सम्बन्धित अधिकारी प्लानिंग करे जिसके लिए संबंधित विभाग आपस में समन्वय के साथ कार्य करें साथ ही जल संचयन एवं प्रबंधन के लिए जिला में किए गए कार्यों के प्रति गंभीरता के साथ कार्य करे।
उप विकास आयुक्त द्वारा कहा गया की 2016-17 से बनाए गए तालाबों का जियो टैग अवश्य रूप से कर ले।
बैठक में दौरान उप विकास आयुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों से वर्तमान में जामताड़ा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में जल संचयन हेतु चल रही योजनाओं की जानकारी ली।
जिसके उपरांत उप विकास आयुक्त ने जल शक्ति अभियान “कैच द रेन” के तहत जामताड़ा जिले में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली।
उप विकास आयुक्त ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जल शक्ति अभियान “कैच द रेन” के तहत जल संचयन, वर्षा जल संरक्षण, विभिन्न जल स्रोतों का जीर्णोद्धार करना, भूजल पुनर्भरण, बोरवेल का पुनर्भरण, वाटर शेड विकास और गहन पौधरोपण पर विशेष जोर दिया जाना है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत सभी सरकारी कार्यालयों/भवनों, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्रों, पंचायत भवनों, आदि में वर्षा जल संरक्षण इकाई का निर्माण, सामुदायिक जगहों पर सोख्ता गड्ढा का निर्माण एवं तालाबों इत्यादि की मरम्मत, सभी जल निकायों की जिओ टैगिंग और अविभाज्यकरण, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जल संचयन हेतु तैयारी, डैम झीलों के अतिक्रमण को हटाना उनके भंडारण को बढ़ाने के लिए डिस्टिल्ड करना सहित अन्य कार्य किया जाना है।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त कार्यों को मनरेगा एवं 15वें वित्त आयोग के तहत भी किया जा सकता है।
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को वर्तमान में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में चल रहे जल संचयन योजनाओं की सूची तैयार करते हुए जियो टैग का कार्य पूरा करने एवं जिन क्षेत्रों में भी जल संचयन की संभावना है उन क्षेत्रों में भी भूमि को चिन्हित करते हुए जियो टैग का कार्य पूरा करने के संबंध में निर्देश दिया।
इस मौके पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री प्रधान माझी, अंचल अधिकारी श्री मनोज कुमार, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी श्री अभय परासर, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई श्री रामेश्वर रविदास, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल श्री राहुल प्रियदर्शी, तकनीकी विशेषज्ञ श्री बिरजू राम, श्री राजीव कुमार, श्री समसुद्दीन अंसारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।