Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » जेएनयू की कुलपति शांतिश्री का बयान- कोई भी देवता ब्राह्मण नहीं, एसटी-एससी हो सकते हैं भगवान शिव
    Breaking News Headlines

    जेएनयू की कुलपति शांतिश्री का बयान- कोई भी देवता ब्राह्मण नहीं, एसटी-एससी हो सकते हैं भगवान शिव

    Devanand SinghBy Devanand SinghAugust 23, 2022No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

    दिल्ली. जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित ने सोमवार को कहा कि मानव-विज्ञान की दृष्टि से देवता उच्च जाति से नहीं हैं और यहां तक कि भगवान शिव भी अनुसूचित जाति या जनजाति से हो सकते हैं. एक लेक्चर सीरीज में शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित ने कहा कि मनुस्मृति में महिलाओं को दिया गया शूद्रों का दर्जा इसे असाधारण रूप से प्रतिगामी बनाता है.

     

    उन्होंने कहा कि मैं सभी महिलाओं को बता दूं कि मनुस्मृति के अनुसार सभी महिलाएं शूद्र हैं, इसलिए कोई भी महिला यह दावा नहीं कर सकती कि वह ब्राह्मण या कुछ और है और आपको जाति केवल पिता से या विवाह के जरिये पति की मिलती है. मुझे लगता है कि यह कुछ ऐसा है जो असाधारण रूप से प्रतिगामी है. जेएनयू की वीसी ने 9 साल के एक दलित लड़के के साथ हाल ही में हुई जातीय हिंसा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी भगवान ऊंची जाति का नहीं है.

     

    उन्होंने कहा कि आप में से अधिकांश को हमारे देवताओं की उत्पत्ति को मानव विज्ञान की दृष्टि से जानना चाहिए. कोई भी देवता ब्राह्मण नहीं है, सबसे ऊंचा क्षत्रिय है. भगवान शिव अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से होने चाहिए, क्योंकि वह एक सांप के साथ एक श्मशान में बैठते हैं और उनके पास पहनने के लिए बहुत कम कपड़े हैं. मुझे नहीं लगता कि ब्राह्मण श्मशान में बैठ सकते हैं.

     

    शांतिश्री पंडित ने कहा कि लक्ष्मी, शक्ति, या यहां तक कि जगन्नाथ सहित देवता मानव विज्ञान की दृष्टि से उच्च जाति से नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में, जगन्नाथ का आदिवासी मूल है. उन्होंने कहा कि तो हम अभी भी इस भेदभाव को क्यों जारी रखे हुए हैं जो बहुत ही अमानवीय है. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम बाबा साहेब के विचारों पर फिर से सोच रहे हैं. हमारे यहां आधुनिक भारत का कोई नेता नहीं है जो इतना महान विचारक था.

     

    इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक पद्धति है और यदि यह जीवन जीने का तरीका है तो हम आलोचना से क्यों डरते हैं. उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध हमारे समाज में अंतर्निहित, संरचित भेदभाव पर हमें जगाने वाले पहले लोगों में से एक थे.

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleएंथनी जोशुआ को हराकर ऑलेक्जेंडर उसिक फिर बने विश्व हैवीवेट चैंपियन
    Next Article भारी बारिश के चलते कई राज्यों में बिगड़े हालात, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट

    Related Posts

    टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को मिला सम्मान

    May 8, 2025

    फादर जेराल्ड मार्टिन डिसूजा मेमोरियल इंटर स्कूल बॉस्केटबॉल टूर्नामेंट 2025 का आयोजन

    May 8, 2025

    ईडी ने कारोबारी विक्की भालोटिया को किया गिरफ्तार

    May 8, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को मिला सम्मान

    फादर जेराल्ड मार्टिन डिसूजा मेमोरियल इंटर स्कूल बॉस्केटबॉल टूर्नामेंट 2025 का आयोजन

    ईडी ने कारोबारी विक्की भालोटिया को किया गिरफ्तार

    हम सेना के पराक्रम को सलाम करते हैं:राकेश तिवारी

    हरि मंदिर से चोरी करते एक युवक को स्थानीय लोगों ने रंगे हाथ धर दबोचा

    मोदी के सिंदूर ऑपरेशन से आतंक का आका रोया:डॉक्टर विशेश्वर यादव

    जादूगोड़ा यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में बड़े घोटाले की साजिश का खुलासा

    जिला कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाने के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद दिया – आनन्द बिहारी दुबे

    संवेदक स्थानीय लोगों को डरा रहे थे थाने में दर्ज होगा मुकदमा विकास सिंह

    रेड क्रॉस भवन में भारतीय रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम द्वारा रक्तदान महायज्ञ का आयोजन

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.