नई दिल्ली. तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा निशिकांत दुबो को ‘बिहार गुंडा’ कहे जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि तमिलनाडु सरकार में मंत्री और डीएमके नेता ने बिहारियों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है. उनके इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है. उनका मानना है कि ”तमिल की तुलना में बिहारी कम बुद्धिमान होते हैं और नौकरी छीन लेते हैं. ”
तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री और द्रमुक नेता केएन नेहरू ने कथित तौर पर कहा कि बिहारी तमिलों की तुलना में कम बुद्धिमान हैं, और उन पर तमिलों से नौकरी छीनने का आरोप लगाया.
केएन नेहरू ने 25 जुलाई को तिरुचिरापल्ली में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) कार्यालय द्वारा आयोजित एक एम्प्लॉयमेंट कैंप में बोलते हुए ये टिप्पणी की. सप्ताह भर का प्रशिक्षण 23 जुलाई को शुरू हुआ था, जिसमें केएन नेहरू ने 25 जुलाई को भाग लिया था.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दुबे ने कहा है कि मोइत्रा ने उन्हें आईटी कमिटी की बैठक में तीन बार ‘बिहारी गुंडा’ कहा. दुबे ने इसे हिंदी भाषी लोगों के प्रति टीएमसी का नफरत बताया है.
झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से शिकायत करते हुए ट्वीट किया, ”लोकसभा स्पीकर जी अपने 13 साल के संसदीय जीवन में पहली बार गाली सुना, तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मित्रा द्वारा बिहारी गुंडा आईटी कमिटी की मीटिंग में तीन बार बोला गया. ओम बिरला जी, शशि थरूर जी ने इस संसदीय परंपरा को खत्म करने की सुपारी ले रखी है. ”