दैनिक पंचांग एवं राशिफल ०४:०८::२०२३ शुक्रवार ????????????????????????????????????????
????ॐ नमः शिवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ????????
???? ((डा सुधा नन्द झा ज्योतिषी मिथिला मनोकामना ज्यौतिष केन्द्र जमशेदपुर झारखंड मूल गांव राढ़ी दरभंगा मिथिला मो एवं वाट्सअप नंबर ९५३०३३६५०३(9430336503) दिन में एग्यारह बजे से रात्रि नौ बजे तक सम्पर्क कर सकते हैं परामर्श शुल्क अनिवार्य ???????? जिनके विषय में कुछ पूछना चाहते हैं तो उनका नाम उनके पिताजी का नाम उनका जन्म तारीख महीना इसवी जन्म समय और जन्म स्थान लिखकर दीजिए और अपनी बारी की प्रतीक्षा कीजिए कृपया)) ????????
???? मित्रों ???? इस दैनिक पंचांग को आप भी अपने मित्रों और वाट्सअप समूहों में दीजिए जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को लाभ हो सके ????????
???? मिथिला एवं काशी पंचांग के अनुसार निम्न पंचांग—
???? श्री शुभ संवत् २०८०
???? श्री शक संवत् १९४५
???? काशी पंचांग में सूर्योदय-०५::२६
???? सूर्यास्त ०६::३४
???? श्रावण मलमास कृष्ण पक्ष सायं काल ०५::०३ मिनट तक इसके बाद चतुर्थी तिथि इसीलिए श्री गणेश चतुर्थी व्रत आज ही
???? शतभिषा नक्षत्र दिन में –११::५३ मिनट तक इसके बाद पूर्व भाद्रपद नक्षत्र
????शोभन योग दिन में –११::२८ मिनट तक इसके बाद अतिगण्ड योग
????आज का राहुकाल दिन में —
???? १०::१३ मिनट से ११:५१ मिनट तक
???? आज जिनका जन्मदिन है उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं ???????? हैप्पी बर्थ डे ????????
????आज आपका दिन मंगलमय हो आपको सफलता मिले आप सपरिवार हंसते मुस्कुराते हुए रहिये ???? और अपने परिवार को तनावमुक्त रखिये ???? योग प्राणायाम कुछ हल्के व्यायाम कीजिए संतुलित आहार लीजिए और नशा छोड़ कर जीवन का वास्तविक आनंद लीजिए ????????
???? नीचे दिए गए पंचांग सूरत गुजरात दिल्ली उज्जैन शिमला बंगलूरू महाराष्ट्र राजस्थान हिमाचल प्रदेश कश्मीर उत्तराखंड सिंध प्रांत आदि क्षेत्रों में अधिक उपयुक्त —
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***|| जय श्री राधे ||***
???????? महर्षि पाराशर पंचांग ????????
???????????? अथ पंचांगम् ????????????
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक:-04/08/2023, शुक्रवार
तृतीया, कृष्ण पक्ष,
अधिक श्रावण
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि———– तृतीया 12:44:29 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र——- शतभिषा 07:06:58
नक्षत्र——— पूo भाo 28:43:20
योग———– शोभन 06:11:55
योग———- अतिगंड 26:27:42
करण——- विष्टि भद्र 12:44:29
करण————– बव 23:08:03
वार———————– शुक्रवार
माह—————- अधिक श्रावण
चन्द्र राशि—— कुम्भ 23:16:25
चन्द्र राशि—————— मीन
सूर्य राशि—————— कर्क
रितु————————- वर्षा
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत—————– 1945
वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:45:03
सूर्यास्त—————- 19:05:16
दिन काल————- 13:20:13
रात्री काल———— 10:40:18
चंद्रास्त—————- 08:20:14
चंद्रोदय—————- 21:17:34
लग्न—- कर्क 17°13′ , 107°13′
सूर्य नक्षत्र————— आश्लेषा
चन्द्र नक्षत्र—————- शतभिषा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र
???????????? पद, चरण ????????????
सू—- शतभिषा 07:06:58
से—- पूर्वा भाद्रपदा 12:28:23
सो—- पूर्वा भाद्रपदा 17:51:29
दा—- पूर्वा भाद्रपदा 23:16:25
दी—- पूर्वा भाद्रपदा 28:43:20
???????????? ग्रह गोचर ????????????*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=कर्क 17:30 अश्लेषा , 1 डी
चन्द्र=कुम्भ 19:30 , शतभिषा, 4 सू
बुध =सिंह 13°: 34′ पू o फा o, 1 मो
शुक्र=सिंह 01°05, मघा ‘ 1 मा
मंगल=सिंह 20°30 ‘ पू oफाo’ 3 टी
गुरु=मेष 19°30 ‘ भरणी , 2 लू
शनि=कुम्भ 11°13 ‘ शतभिषा ,2 सा
राहू=(व) मेष 04°42 अश्विनी , 2 चे
केतु=(व) तुला 04°42 चित्रा , 4 री
???????????? शुभा$शुभ मुहूर्त ????????????
राहू काल 10:45 – 12:25 अशुभ
यम घंटा 15:45 – 17:25 अशुभ
गुली काल 07:25 – 09: 05अशुभ
अभिजित 11:58 – 12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 08:25 – 09:18 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:52 – 13:45 अशुभ
वर्ज्यम 12:50 – 14:16 अशुभ
????पंचक अहोरात्र अशुभ
????चोघडिया, दिन
चर 05:45 – 07:25 शुभ
लाभ 07:25 – 09:05 शुभ
अमृत 09:05 – 10:45 शुभ
काल 10:45 – 12:25 अशुभ
शुभ 12:25 – 14:05 शुभ
रोग 14:05 – 15:45 अशुभ
उद्वेग 15:45 – 17:25 अशुभ
चर 17:25 – 19:05 शुभ
????चोघडिया, रात
रोग 19:05 – 20:25 अशुभ
काल 20:25 – 21:45 अशुभ
लाभ 21:45 – 23:05 शुभ
उद्वेग 23:05 – 24:25* अशुभ
शुभ 24:25* – 25:45* शुभ
अमृत 25:45* – 27:06* शुभ
चर 27:06* – 28:26* शुभ
रोग 28:26* – 29:46* अशुभ
????होरा, दिन
शुक्र 05:45 – 06:52
बुध 06:52 – 07:58
चन्द्र 07:58 – 09:05
शनि 09:05 – 10:12
बृहस्पति 10:12 – 11:18
मंगल 11:18 – 12:25
सूर्य 12:25 – 13:32
शुक्र 13:32 – 14:39
बुध 14:39 – 15:45
चन्द्र 15:45 – 16:52
शनि 16:52 – 17:59
बृहस्पति 17:59 – 19:05
????होरा, रात
मंगल 19:05 – 19:59
सूर्य 19:59 – 20:52
शुक्र 20:52 – 21:45
बुध 21:45 – 22:39
चन्द्र 22:39 – 23:32
शनि 23:32 – 24:25
बृहस्पति 24:25* – 25:19
मंगल 25:19* – 26:12
सूर्य 26:12* – 27:06
शुक्र 27:06* – 27:59
बुध 27:59* – 28:52
चन्द्र 28:52* – 29:46
???? उदयलग्न प्रवेशकाल ????
कर्क > 03:40 से 05:56 तक
सिंह > 05:56 से 09:20 तक
कन्या > 09:20 से 11:32 तक
तुला > 11:32 से 12:36 तक
वृश्चिक > 12:36 से 14:56 तक
धनु > 14:56 से 17:02 तक
मकर > 17:02 से 18:54 तक
कुम्भ > 18:54 से 20:48 तक
मीन > 20:48 से 21:58 तक
मेष > 21:58 से 23:38 तक
वृषभ > 23:38 से 01:20 तक
मिथुन > 01:20 से 03:32 तक
????विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
????दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
???? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 3 + 6 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
???????? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ????????
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
मंगल ग्रह मुखहुति
???? शिव वास एवं फल -:
18 + 18 + 5 = 41 ÷ 7 = 6 शेष
क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक
????भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
दोपहर 12:24 तक समाप्त
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
???????? विशेष जानकारी ????????
* चतुर्थी व्रत चन्द्रोदय रात्रि 21:20
???????????? शुभ विचार ????????????
संसारतापदग्धानां त्रयो विश्रान्तेहेतवः ।
अपत्यं च कलत्रं च सतां सड्गतिरेव च ।।
।। चा o नी o।।
जब व्यक्ति जीवन के दुःख से झुलसता है उसे निम्नलिखित ही सहारा देते है…
१. पुत्र और पुत्री २. पत्नी ३. भगवान् के भक्त.
???????????? सुभाषितानि ????????????
गीता -: सांख्ययोग अo-02
नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सतः ।,
उभयोरपि दृष्टोऽन्तस्त्वनयोस्तत्वदर्शिभिः ॥,
असत् वस्तु की तो सत्ता नहीं है और सत् का अभाव नहीं है।, इस प्रकार इन दोनों का ही तत्व तत्वज्ञानी पुरुषों द्वारा देखा गया है॥,16॥,
???????? दैनिक राशिफल ????????
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
????मेष
भूमि-भवन व मकान-दुकान इत्यादि की खरीद-फरोख्त मनोनुकूल लाभ देगी। बेरोजगारी दूर होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। चारों तरफ से सफलता मिलेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। उत्साह बना रहेगा। चिंता तथा तनाव कम होंगे।
????वृष
कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। धनहानि भी आशंका है।
????मिथुन
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि की आशंका बनती है, सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी से बचें। आय बनी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।
????कर्क
अध्यात्म में रुझान रहेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति लाभदायक बनेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। आसपास का वातावरण सुखद रहेगा। पार्टनरों तथा भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। विवेक का प्रयोग करें। प्रमाद न करें।
????सिंह
कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। योजना फलीभूत होगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुके कार्यों में गति आएगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। प्रमाद न करें।
????♀️कन्या
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नया काम मिलेगा। नए अनुबंध होंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता रहेगी, लाभ लें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।
⚖️तुला
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। आय में कमी होगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। बेकार बातों पर बिलकुल ध्यान न दें।
????वृश्चिक
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देगा। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
????धनु
आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों व संबंधियों से मुलाकात होगी। कारोबार में अनुकूलता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। प्रमाद न करें।
????मकर
मित्रों का सहयोग करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी दूसरे व्यक्ति के काम में हस्तक्षेप न करें। विवाद होगा।
????कुंभ
आय में निश्चितता रहेगी। समय शीघ्र सुधरेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। बेवजह कहासुनी हो सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। थकान व कमजोरी रह सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनहानि की आशंका है। व्यापार-व्यवसाय में धीमापन रह सकता है।
????मीन
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। यात्रा मनोरंजक हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय में नए प्रयोग किए जा सकते हैं। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धन प्राप्ति सुगम होगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। कार्यभार व अधिकार में वृद्धि हो सकती है।
????आपका दिन मंगलमय हो????
????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????जय श्री सीताराम जय श्री राधे कृष्ण हर हर महादेव ????????????