राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग में विपक्षी दलों में जमकर सेंध लगी है। ओडिशा में कांग्रेस विधायक ने एनडीए राष्ट्रपति कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू को वोट करने का दावा किया है। वहीं, एसपी और एनसीपी विधायकों के भी क्रॉस वोटिंग की खबरें हैं।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में पहले ही बिखरे विपक्ष को वोटिंग के दौरान भी झटका लग रहा है। शाम 5 बजे तक वोटिंग होनी है। इधर, विपक्षी खेमे के कई विधायकों ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट देने का दावा कर दिया है। अगर विधायकों के दावों पर यकीन करे तो यह निश्चित तौर पर विपक्षी गठबंधन के लिए बड़ा झटका है। वैसे भी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन ने राष्ट्रपति चुनावों में विपक्ष पर बड़ी बढ़त बना ली थी अगर विधायकों के क्रॉस वोटिंग के दावों में सच्चाई है तो विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लिए यह बड़ा झटका होगा, जिन्होंने चुनाव से एक दिन पहले सभी दलों के सांसदों, विधायकों से उन्हें वोट करने की अपील की थी।
एसपी के विधायक ने की क्रॉस वोटिंग?
बरेली से समाजवादी पार्टी (एसपी) के विधायक के क्रॉस वोटिंग की खबरें हैं। भोजीपुरा विधायक शहजील इस्लाम के एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट करने की खबरें हैं। गौरतलब है कि यूपी में एसपी ने विपक्षी कैंडिडेट यशवंत सिन्हा को समर्थन करने की घोषणा कर रखी है। अगर इस्लाम के क्रॉस वोटिंग करने के दावों में सच्चाई है तो अखिलेश के लिए यह बड़ा झटका होगा। क्योंकि उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने भी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर रखी थी।
ओडिशा में भी कांग्रेस विधायक की क्रॉस वोटिंग
ओडिशा के कांग्रेस विधायक ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है। कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने वोट डालने के बाद कहा, ‘मैं एक कांग्रेस विधायक हूं लेकिन मैंने एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट डाला है। यह मेरा निजी फैसला है और मैंने अपन दिल की आवाज सुनी, जिसने मुझसे अपनी मिट्टी के लिए कुछ करने को कहा। इसीलिए मैंने उनको अपना वोट दिया।’
गुजरात में एनसीपी विधायक ने बदला पाला
वहीं, गुजरात से एनसीपी विधायक कंधल जडेजा के भी क्रॉस वोटिंग का दावा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जडेजा ने भी पार्टी लाइन के खिलाफ जाते हुए मुर्मू को वोट डाला।
इस निष्ठा को सलाम… राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग के लिए वीलचेयर पर पहुंचे मनमोहन सिंह ने दिया बड़ा मेसेज
नई दिल्ली: संसद से सोमवार को कई तस्वीरें आईं। तमाम सांसद यहां राष्ट्रपति चुनाव में अपना मतदान करने के लिए पहुंचे। हालांकि, इनमें एक तस्वीर बिल्कुल अलग थी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की। उनका वोटिंग के लिए संसद में वीलचेयर पर आना दिल को छू गया। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था में उनके विश्वास का आईना है। उन्होंने दिखा दिया कि वह संसदीय प्रक्रिया में कितना यकीन रखते हैं। अपने मत को वह किसी भी हाल में बेकार नहीं कर सकते हैं। यह उन लाखों-लाख लोगों के लिए सबक है जो वोट डालने को सिर्फ रस्मी मानते हैं या फिर मतदान करने जाते ही नहीं हैं। जो व्यक्ति 89 साल की उम्र में वीलचेयर पर मतदान करने के लिए पहुंच जाए उसकी निष्ठा का अंदाजा लगा पाना मुश्किल नहीं है। खासतौर से यह जानते हुए कि पहले ही सत्तारूढ़ बीजेपी की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा विपक्ष के कैंडिडेट यशवंत सिन्हा से कहीं भारी है। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति के दोनों उम्मीदवारों की हार-जीत की संभावना को नजरअंदाज कर सिर्फ वही किया जो उन्हें करना चाहिए। अपनी जिम्मेदारी को उन्होंने पूरी ईमानदारी से निभाया।