वाशिंगटन: कोरोना वायरस से सबसे प्रभावित अमेरिका भारत के साथ अपने रिश्तों को मजबूती प्रदान करना चाहत है. भारत द्वारा जरूरत पर दवाई देने के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत को वेंटिलेटर दान करेगा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत को वेंटिलेटर दान करेगा. इस महामारी के दौरान हम भारत और नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं.हम वैक्सीन डेवलपमेंट में भी मदद कर रहे हैं. हम मिलकर अदृश्य शत्रु को हरा देंगे.
हाल ही में अमेरिका ने कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए भारत को अतिरिक्त तीन मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. इससे पहले हाल हीं में ट्रंप प्रशासन ने यूसैद के माध्यम से भारत को 5.9 मिलियन डॉलर की मदद देने का ऐलान किया था. अमेरिका कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए अपने आर्थिक मदद की इस योजना को पहल प्रोजेक्ट के नाम से चला रहा है. अमेरिका ने हाल ही में सिर्फ भारत हीं नहीं बल्कि तमाम और देशों को कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए बड़ी आर्थिक मदद का ऐलान किया. तब ये आरोप भी लगे थे कि अमेरिका ने भारत से तकरीबन दोगुनी मदद का ऐलान पाकिस्तान के लिए किया था.
इस मदद के जरिए अमेरिका दुनिया भर के मुल्कों को कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों के सर्विलांस, मर्ज के रोकथाम, इलाज और इससे बचने के लिए जरूरी प्रोटेक्शन किट्स में मदद पहुंच रहा है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के ही निजी निवेदन के बाद भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के नियाज़्त पर से रोक हटा कर अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भिजवाया था.
गौरतलब है कि अमेरिका को भारत की ओर से दवा दिए जाने के फैसले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ की थी. पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर उन्हें जवाब दिया था. जवाब में पीएम मोदी ने उनका शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि भारत और अमेरिका मिल कर कोरोना को हराएंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने लिखा था कि ऐसे वक्त में दोस्त करीब आते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भरोसा जताया है कि इस साल के अंत तक देश के पास कोविड-19 वैक्सीन होगी. अब तक अमेरिकी सरकार के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनवरी 2021 तक कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध होनी की बात कही है. ट्रंप ने कहा कि उनका मानना है देश के पास जल्द ही वैक्सीन होगी.