नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गत 15 से 21 अप्रैल के बीच देश के 700 से भी ज्यादा जिलों की समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय राजधानी से सटे नोएडा और गुड़गांव में कोरोना का साप्ताहिक संक्रमण दर 12 फीसदी से भी अधिक दर्ज किया गया है। लिहाजा, कोरोना की दृष्टि से इन दोनों ही शहरों को अति संवेदनशील माना जा रहा है। इसके अलावा फरीदाबाद में 7.20 फीसदी सैंपल संक्रमित मिले हैं। नोएडा से सटे गाजियाबाद में अभी स्थिति नियंत्रित है। यहां सप्ताह भर के दौरान 2.19 फीसदी सैंपल संक्रमित मिले। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर समय रहते सख्ती नहीं बरती गई तो यहां भी संक्रमण में उछाल आ सकता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन सप्ताह से कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी से दिल्ली के छह जिले सहित आधा एनसीआर रेड जोन में पहुंच गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि संक्रमित मरीज हर दिन लापता भी हो रहे हैं। दिल्ली सरकार की रिपोर्ट बताती है कि रोजाना राजधानी में आकर जांच कराने के बाद जब इनकी रिपोर्ट आती है तो पता चलता है कि मरीज दिल्ली से बाहर चला गया। इसकी वजह से कई मरीज सरकारी निगरानी तंत्र से बाहर हैं। ऐसे में, संक्रमण स्रोत की तलाश कर पाना भी काफी मुश्किल है।
दिल्ली और उससे सटे फरीदाबाद, गुरुग्राम और गौतमबुद्ध नगर में सबसे अधिक असर दिखाई दे रहा है। इन नौ जिलों में सप्ताह के दौरान औसतन 15 फीसदी से ज्यादा नमूने संक्रमित मिले हैं। कोविड प्रबंधन के तहत इस स्थिति को रेड जोन में जोड़कर देखा जा रहा है जो गंभीर स्थिति का संकेत है। हालांकि, अस्पतालों में भर्ती रोगियों की संख्या में बड़ा बदलाव भी नहीं दिख रहा। स्थिति यह है कि रोजाना राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले संक्रमित रोगियों में से 40 से 45 फीसदी तक दिल्ली और आसपास के शहरों से संबंधित हैं।