दीपक कुमार राय की रिपोर्ट
बछवाड़ा, बेगूसराय: प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रानी एक पंचायत के झमटिया ढाला एवं बैंक बाजार समेत विभिन्न हिस्सों में जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम ने श्रम विभाग एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी बछवाड़ा के साथ औचक निरीक्षण किया। टीम ने विभिन्न दुकान,होटलें एवं बछवाड़ा रेलवे पार्किंग स्टैंड पर पहुंचकर प्रतिष्ठान में काम कर रहे कर्मचारियों की उम्र सीमा समेत पहचान संबंधित दस्तावेजों को देखा। साथ ही बाजार एवं दुकानों पर दिख रहे बच्चों से पूछताछ कर घर को भेजा। श्रम विभाग के द्वारा प्रतिष्ठान के मालिकों को शपथ दिलाया गया कि हम बाल मजदूरी न करवाते हैं ना कभी भविष्य में करवाएंगे। बताते चलें कि अनुच्छेद 24 के तहत 18 वर्ष से कम किशोर से काम करवाना बाल श्रम कहलाता है। और यह भारत में गैर कानूनी है। इसके तहत प्रतिष्ठान मालिकों पर प्राथमिकी या जुर्माना किया जा सकता है। मंगलवार को बाल संरक्षण इकाई की टीम के साथ श्रम विभाग एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी के औचक निरीक्षण से दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। संरक्षण इकाई के सदस्य राहुल कुमार ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा विभिन्न हिस्सों में लगातार औचक निरीक्षण एवं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत लोगों को जागरूक कर बाल श्रम पर पाबंदी लगाना है। साथ ही असमर्थ बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराकर बाल गृह या बालिका गृह में दाखिला कराना है। जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके। उन्होंने कहा कि संरक्षण इकाई के तहत लोगों को सचेत और जागरूक किया जा रहा है। जिससे लोग भविष्य में कभी भी बाल मजदूरी ना कराए। यदि प्रतिष्ठान मालिक बाल मजदूरी करवाते पकड़े जाते हैं तो वह दंड के भागी होंगे। मौके पर श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बछवाड़ा दिनेश कुमार केसरी,श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी तेघड़ा राकेश कुमार,श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी भगवानपुर निलेश कुमार एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी अरविंद कुमार सुमन समेत माया कौशल्या फाउंडेशन और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सदस्य अमृता कुमारी,निक्की कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।