गढ़चिरौली. छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर स्थित गढ़चिरौली में एसआरपीएफ के एक जवान ने अपने ही साथी को गोली मार दी, इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद जवान ने खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद कैंप में हड़कंप मच गया. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. वारदात की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है. बताया जा रहा है कि आपसी विवाद के बाद जवान ने गुस्से में फायरिंग शुरू कर दी.
गढ़चिरौली पुलिस के पीआरओ अशोक माने में ने घटना के संबंध में बताया कि घटना बीते बुधवार की शाम करीब साढ़े 4 बजे की है. एसआरपीएफ की पुणे की एक कंपनी गढ़चिरौली में धुर नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली के जिमलगट्टा तहसील क्षेत्र के मरपल्ली में पुलिस सहायता केंद्र में दोनों जवान पदस्थ थे. पांच महीने के लिए पुणे की इस कंपनी को यहां पदस्थ किया गया है. इसमें 55 जवान यहां तैनात हैं. बीते बुधवार की शाम अचानक जवानों को फायरिंग की अवाज सुनाई दी. कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंचे साथी जवानों ने देखा कि दो जवानों का शव जमीन पर पड़ा है. दोनों को गोली लगी है. इसके बाद घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई.
अशोक माने ने बताया कि प्रारंभिक जांच में जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक सिपाही श्रीकांत बेरड़ का किसी बात को लेकर नायक बंदू नवथर से विवाद हो गया. कहासुनी इतनी बढ़ी की श्रीकांत ने अपनी बंदूक से नवथर पर फायर कर दिया. गोली लगने से नवथर की मौके पर ही मौत हो गई. किसी को कुछ समझ में आता इससे पहले ही बरेड़ ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली. मामले में जांच की जा रही है.