मेगा स्वास्थ्य जांच शिविर में 650 महिलाओं की हुई निःशुल्क जांच, नाम्या स्माइल फाउंडेशन और बाबा बैधनाथ सेवा संघ ने संयुक्त रूप से किया आयोजन
■ पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू एवं पद्मश्री छुटनी महतो ने किया शिविर का विधिवत उद्घाटन, पारंपरिक तरीके से किया गया स्वागत
जमशेदपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को शहर की सामाजिक संस्था नाम्या स्माइल फाउंडेशन और बाबा बैधनाथ सेवा संघ की ओर से निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। मानगो क्षेत्र अंतर्गत उलीडीह के आदिवासी जनकल्याण हाई स्कूल में आयोजित शिविर का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्य के पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल पद्मश्री छुटनी महतो ने किया। सुबह 10 बजे से संध्या 4 बजे तक चले जांच शिविर में 650 से अधिक महिलाओं ने निःशुल्क जांच एवं चिकित्सकीय परामर्श लिया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जान है तो जहान है। महिलाओं में अपने स्वास्थ्य को लेकर अभी भी जागरूकता की कमी है। उन्होंने नाम्या स्माईल फ़ाउंडेशन एवं बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ के द्वारा महिलाओं के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों की शुरुआत करना अच्छी पहल है। उन्होंने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग होने का आह्वान किया। कहा कि महिलाएं अगर मजबूत होगी तो राष्ट्र मजबूत होगा। लड़का और लड़की में किसी प्रकार का अंतर नहीं है।अंतरिक्ष में जाने की बात हो या प्लेन, ट्रेन और परिवार चलाने की बात हो, महिलाएं कभी पीछे नहीं हटती बल्कि हिम्मत से आगे बढ़ती है। देश के प्रधानमंत्री द्वारा मुझे राज्य की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल बनाना नारी शक्ति के महत्व और सम्मान को दर्शाता है।

नाम्या स्माईल फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा से जोड़ना ही उनका उद्देश्य है। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर केवल महिलाओं के लिए आयोजित स्वास्थ्य शिविर के प्रति लोगों का उत्साह दर्शाता है कि आज महिलाएँ अपने अधिकार को लेकर कितनी जागरूक हुई है। इस पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को लेकर जो मानसिकता है उसमें अब भी काफी बदलाव की ज़रूरत है तभी सही मायने में महिला सशक्तिकरण को बल मिल सकता है।
वहीं, बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ के संरक्षक विकास सिंह ने कहा कि महिला से ही घर बनता है और घर से समाज बनता है और समाज से देश बनता है।
इससे, पहले पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का स्वागत पारंपरिक तरीके से विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा किया गया। इस दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुति और गाजे-बाजे के साथ उनका स्वागत किया गया। द्रौपदी मुर्मू ने धरती आबा बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर नमन किया। मुख्य अतिथि का स्वागत कुणाल षाड़ंगी व विकास सिंह ने संयुक्त रूप से पुष्पगुच्छ, पारंपरिक वस्त्र और नाम्या का स्मृति चिन्ह भेंटकर किया। आदिवासी लाभुक समिति, आदिवासी मुंडा समाज, मानव अधिकार आयोग, के सदस्यों ने द्रौपदी मुर्मू जी अंगवस्त्र और पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ के संरक्षक विकास सिंह ने किया।

इनकी रोगों की हुई जांच: प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, त्वचाविज्ञान, हड्डी रोग, दंत रोग, नेत्र जांच, हृदय रोग सहित ब्लड प्रेशर, सुगर, हेमोग्लोबिन इत्यादि की निःशुल्क जाँच की गई एवं आवश्यक दवाओं का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ संगीता सिंघल, डॉ विजय भगत, डॉ मृत्युंजय सिंह व डॉ संजय गिरी, डॉ अभिषेक को विशिष्ट योगदान हेतु सम्मानित कर आभार जताया गया। विशिष्ट अतिथि के द्वारा डॉ नंदा, डॉ राखी, डॉ भोगान हेंब्रम को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर महिलाओं को वयस्क शिक्षा से जोड़ने के लिए नाम्या स्माइल फ़ाउंडेशन की सहायक संस्था मायरा के द्वारा स्टॉल लगाया गया था जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने अपना पंजीकरण कराया।
इस दौरान दिनेश कुमार, कल्याणी शरण, राकेश सिंह, बिमल बैठा, धर्मेंद्र प्रसाद, अमित अग्रवाल, अभिमन्यु सिंह, अमरेन्द्र पासवान, शंभु चौधरी, राकेश लोधी, डी डी त्रिपाठी, सुदीप्ते दे राणा, मोहम्मद निसार, फातिमा शाहीन संदीप शर्मा बॉबी, जीतू गुप्ता, सोमेश्वर मुर्मू, प्रोफेसर यूपी सिंह , मधु सिन्हा, सुशीला शर्मा एवं नाम्या स्माइल फाउंडेशन से निकिता मेहता, पुर्नेदु पात्रा, निधि केडिया, राज मिश्रा, अक्षरा आलोक, शिवांगी आलोक, चिन्मयी पात्रा, गर्विता टांक समेत अन्य उपस्थित थे।