बिरसानगर पुलिस के संयुक्त प्रयासों से अपराध और अपराधियों पर कसता शिकंजा
बिरसानगर पुलिस ने इलाके के अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. क्षेत्र में अपराधियों की शामत है. क्षेत्र में पनपे सारे अवैध धंधे और कारोबार को बंद करा दिया गया है. बिरसानगर के थानेदार राजेश झा और जे एस आई विवेक कुमार की संयुक्त टीम ने उन्हें तड़ीपार करा दिया है. इतना ही नहीं पिछले कुछ दिनों में अपराध की दो बड़ी घटनाओं के उद्भेदन में पुलिस टीम ने एक बड़ी कामयाबी भी हासिल की और महज कुछ ही घंटों में मामले का उद्भेदन कर अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली गई. पुलिस ने अधिवक्ता हत्याकांड के चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भिजवाया.
वही एक नाबालिक लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के मामले का महज 24 घंटे के अंदर खुलासा कर अपराधियों की गिरफ्तारी में पुलिस ने आशातीत सफलता पाई. थाना प्रभारी राजेश कुमार झा के सहयोगी की भूमिका में जेएसआई विवेक कुमार ने अपनी बेहतरीन भूमिका निभाई. इन दिनों थाना प्रभारी के निर्देशन में पूरे क्षेत्र में रात और दिन गश्ती बढ़ा दी गई है. कोर्ट से जिन अपराधियों के खिलाफ वारंट जारी है, उन्हें सरेंडर करने का फरमान जारी किया गया है. अन्यथा कभी भी उनकी गिरफ्तारी की जा सकती है. उल्लेखनीय है कि बिरसा नगर जिले में अवैध कारोबार वाला क्षेत्र में माना जाता है. क्षेत्र में सरकारी जमीन के अवैध कारोबार का धंधा करोड़ों में चलता है. नदी के किनारे के क्षेत्र हुरलंग और लालटांड में अवैध शराब की भट्टिया चलती हैं. इसके अलावे छोटे-मोटे अपराध होते रहते हैं. लेकिन थानेदारी संभालते ही एसआई राजेश झा ने अपने सहयोगियों जे एस आई विवेक कुमार के साथ मिलकर सारे अवैध कारोबार और अपराध पर लगाम लगाने में सफलता पाई. कई अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. वारंटियों की गिरफ्तारी में भी थाना अव्वल रहा है. बहुत दिनों के बाद ऐसा देखने में आया कि बिरसानगर पुलिस टीम भावना से काम कर रही है, और कोई भी कार्य संयुक्त प्रयास से किए जा रहे हैं. 15 अगस्त के मौके पर झंडोत्तोलन के बाद स्वयं थाना प्रभारी राजेश झा ने कहा था कि बिरसानगर की पुलिस टीम भावना से काम करती है. और यही वजह है कि उसे सफलता मिल रही है. थाना प्रभारी ने सार्वजनिक रूप से जेएसआई विवेक कुमार की प्रशंसा भी की थी. बहुत थोड़े समय में ही विवेक कुमार ने क्षेत्र में ईमानदारी और निष्ठा में अपनी पहचान बना लिया है. मामले का अनुसंधान हो या कार्रवाई की बात हो उनके कार्यों में तटस्थता देखने को मिलती है.